खाली पदों के कारण हरियाणा शिक्षा विभाग का हो रहा बंटाधार 35 फ़ीसदी से लेकर 50 फ़ीसदी तक पोस्ट पड़ी हैं खाली नियुक्तियों में देरी के कारण शिक्षा का ढांचा हो रहा खराब सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में लेक्चररों के 13000 पद खाली
चंडीगढ़। हरियाणा में शिक्षा विभाग स्टाफ की कमी झेल रहा है। फिलहाल 23696 पद खाली हैं। इनमें हेडमास्टर के 155 और स्नातकोत्तर शिक्षकों के 13073 पद खाली पड़े हैं। विभाग में 63,179 स्वीकृत पद हैं। फिलहाल इनमें से 23696 खाली हैं। खंड शिक्षा अधिकारी के 119 पदों में से 55 पद खाली हैं। उप जिला शिक्षा अधिकारी के 64 स्वीकृत पदों में से 35 पद रिक्त हैं। इनमें स्टेट मुख्यालय में ही बड़ी संख्या में पद खाली हैं। कई पद तो ऐसे हैं, जो स्वीकृत हैं, वही खाली पड़े हैं। इस बार स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या 24.12 लाख है।
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पिछले साल यह 21.78 लाख थी।विभाग के दावे भले ही कुछ हों, लेकिन चौंकाने वाली बात ये है कि विभाग के मुख्यालय में ही 212 पद खाली हैं, जबकि स्वीकृत पद 612 हैं। खेलों को बढ़ावा देने का दावा करने वाली सरकार ने मुख्यालय स्तर पर एक युवा खेल अधिकारी का पद स्वीकृत किया हुआ है, लेकिन यही पद खाली है। सरकार ने दावा किया कि रिक्त पदों को भरने के लिए ईमानदारी से कार्य किया जा रहा है। प्रधानाचार्यों के 711, मुख्याध्यापक के 98, अधीक्षक के 14 पद इसी माह भरे हैं। विभिन्न विषयों के 3646 पीजीटी, 2636 टीजीटी के पद भरने के लिए निवेदन भेजा है।
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