सबसे बड़ी कुश्ती ,एक लाख 51 हजार की जाटौली में बाबा हरदेवा पर
एक लाख और 51 हजार के होंगे दूसरे और तीसरे बड़े दंगल
इसी मौके पर महिला पहलवानों के लिए भी होगी कुश्तियां
फतह सिंह उजाला
पटौदी । पटौदी विधानसभा क्षेत्र के हेलीमंडी पालिका क्षेत्र में स्थित पटौदी रेलवे स्टेशन के साथ बाबा हरदेवा मंदिर परिसर में होली के उपलक्ष पर दुल्हंडी के दिन 18 मार्च शुक्रवार को एक लाख 51 हजार रूपए का सबसे बड़ा दंगल आयोजित किया जा रहा है । यह जानकारी दंगल कमेटी के प्रवक्ता के द्वारा दी गई है ।
गौ भक्त और गौ प्रेमी बाबा हरदेवा चमत्कारिक संत जाटौली में हुए हैं। जिनका भव्य मंदिर पटौदी रेलवे स्टेशन के साथ ही जाटोली गांव में बना हुआ है । यहां पर प्रति वर्ष दुल्हंडी के दिन दंगल अथवा कुश्तियों का आयोजन कराया जाता है । इस बार जाटौली की दंगल आयोजन कमेटी ने पहली बार सबसे बड़ी कुश्ती एक लाख 51 हतार रूपए की करवाने की घोषणा की है । दंगल कमेटी के प्रवक्ता के मुताबिक दूसरी सबसे बड़ी कुश्ती एक लाख रूपए और तीसरी कुश्ती 51000 हजार रूपए की कराई जाएगी । इसके अलावा 11000, 51 सौ 21 सा औैर 11 सौ की भी कुश्तियों का आयोजन करवाया जाएगा ।
दंगल कमेटी के प्रवक्ता के मुताबिक बाबा हरदेवा मंदिर परिसर में पहली बार महिला पहलवानों अथवा युवती पहलवानों के लिए भी अलग से कुश्तियों का आयोजन किया जाएगा। दंगल कमेटी के द्वारा पहलवानों का आह्वान किया गया है कि 18 मार्च शुक्रवार को सर्वश्रेष्ठ पहलवान अपने दंगल कौशल का परिचय कराने के लिए आमंत्रित हैं । सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की सबसे बड़े दंगल एक लाख 51 हजार की कुश्ती या अन्य कुश्तियां यदि बराबर रहती है तो संभवत इनाम की राशि से भी पहलवानों को वंचित रहना पड़ सकता है। दंगल आयोजन कमेटी के द्वारा स्पष्ट किया गया है कि रेफरी और आयोजन कमेटी का निर्णय यहां दंगल में भाग लेने वाले सभी पहलवानों के लिए मान्य होगा अथवा अंतिम फैसला होगा । हेलीमंडी-जाटोली के इतिहास में किसी भी मौके पर आयोजित किए जाने वाले दंगल को देखते हुए इस बार 18 मार्च शुक्रवार को सबसे बड़ा एक लाख 51 हजार रूपए का जंगल अथवा कुश्ती का आयोजन किया गया है । इतनी बड़ी इनाम की रकम का एक ही मकसद है कि यहां पर देश के सर्वश्रेष्ठ पहलवान पहुंचे और युवा पहलवानों को दंगल के दांवपेंच सीखने के साथ ही प्रोत्साहन भी मिले । सभी प्रतिभागी पहलवानों सहित दंगल देखने के लिए आने वालों का आह्वान किया गया है कि सभी संयम और अनुशासन में रहकर दंगल के प्रतिभागी पहलवानों का उत्साह बढ़ाएं।