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कैथल की निगरानी तो कैमरो कर लेंगे ,कैथल पुलिस की निगरानी कौन करेगा साहब

Cameras will monitor Kaithal, sir who will monitor Kaithal police
Cameras will monitor Kaithal, sir who will monitor Kaithal police
कैथल की निगरानी तो कैमरो कर लेंगे ,कैथल पुलिस की निगरानी कौन करेगा साहब

कैथल (अटल हिन्द /राजकुमार अग्रवाल )जिले में अपराध नियंत्रण की दिशा में पुलिस ने अहम कदम उठाते हुए शहर के सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर सीसीटीवी कैमरा लगाने का पहले चरण का काम पूरा कर लिया गया है। एसपी मकसूद अहमद नें जानकारी देते हुए बताया कि जिला कैथल में ट्रैफिक नियमों की पालना न करने वाले व वारदात को अंजाम देकर फरार होने वाले आरोपियों पर अब कैथल पुलिस सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखेगी। एसपी ने बताया कि कैथल में 7 लोकेशन जिसमें पेहवा चौक, करनाल बाईपास नाका, अंबाला बाईपास नाका, जींद बाईपास नाका, भगत सिंह चौक, सीवन बाइपास नाका व लघु सचिवालय में उच्चतम गुणवत्ता वाले 32 कैमरे लगाए गए है जो दिन रात वर्किंग में रहेगें। जिनका नियंत्रण कक्ष एसपी कार्यालय में बनाया गया है, जिसमें 4 पुलिस कर्मचारी नियुक्त किए गए है, जिनको इस बारे ट्रेनिंग दी गई है। एसपी ने बताया कि यह कैमरे सीएसआर के अंतर्गत संस्थाओं के सहयोग से लगाए गए है जिनमे लगभग 5 लाख रुपए खर्च हुए है तथा आगामी एक साल तक बालाजी सिक्योरिटी सिस्टम कैथल को रख रखाव का करार किया गया है। एसपी ने बताया कि सभी सीसीटीवी कैमरे हाई रिजोल्यूशन वाले लगाए गए है। उन्होने बताया कि ये कैमरे दिन रात हर वक्त समान रूप से अपना काम करते रहेंगे और इनमें दूर के चेहरे भी साफ दिखाई देगें। ऐसी हालत में शहर में कोई भी वारदात को अंजाम देकर अपराधी अगर भागेंगे तो उनकी पहचान आसानी से कैमरे की मदद से की जा सकेगी। अपराध और विधि व्यवस्था के नियंत्रण में यह कैमरे महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इनसे रात दिन मॉनिटरिंग की जा रही है। एसपी ने बताया कि इसके अतिरिक्त कैमरो की मार्फत ट्रैफिक नियमों की अवहेलना करने वाले वाहनों के चालान किए जाएंगे। एसपी ने बताया कि लघु सचिवालय में लगाए गए कैमरो के माध्यम से पुलिस की पैनी नजर धरना प्रदर्शन में शामिल शरारती तत्व और संदिग्ध लोगों पर रहेगी। अंत में एसपी ने बताया कि फिलहाल तो सीसीटीवी लगाने में उन स्थानों को प्राथमिकता दी गई है, जहां लोगों का आना-जाना अधिक है या फिर सुरक्षा के लिहाज से वह जगह महत्वपूर्ण है। जो भविष्य में अगले चरण में इसका प्रसार किया जाएगा तथा अन्य स्थानों पर भी सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएगें। एसपी ने जिले वासियों से अपील करते हुए कहा कि सभी नव निर्वाचित पंच सरपंच व आमजन अपने गांवो तथा घरों व दुकानों में भी सीसीटीवी कैमरे लगवाएं।

Cameras will monitor Kaithal, sir who will monitor Kaithal police
Cameras will monitor Kaithal, sir who will monitor Kaithal police
==पुलिस अधिकारीयों की कौन करेगा निगरानी —-
कैथल (अटल हिन्द /राजकुमार अग्रवाल )कैथल में कहीं ट्रैफिक जाम लगे ना लगे लेकिन जहाँ पर जिस चौंक चौराहे पर कैथल पुलिस खुद या उसके नीचे काम करने वाले होमगार्ड खड़े हो जाते है वहां घंटों जाम जरूर लग जाता है पता नहीं क्यों कैथल पुलिस इतनी काबिल कैसे हो गई की जिन रास्तों पर कभी ट्रैफिक जाम नहीं लगता था कैथल पुलिस के खड़े होते ही ट्रैफिक व्यवस्था इतनी सुधर जाती है की वाहनों की लम्बी कतारे दिखाई देने लगती है। दूसरी बात ट्रैफिक व्यवस्था को संभालने के लिए ट्रैफिक पुलिस विभाग बनाया हुआ है लेकिन कैथल प्रशासन में यह व्यवस्था बहुत कम देखने को मिलती है क्योंकि कैथल में यह जिम्मा खाकी वर्दी वालों ने जो ले लिया जबकि पुलिस और ट्रैफिक पुलिस दोनों का काम अलग अलग वयवस्था संभालना है। खैर मामला यहाँ तक तो ठीक था आम आदमी तो तब खराब हो जाते है जब खाकी वर्दी धारी पुलिस कर्मी जब चाहे जहाँ चाहे आम आदमी से बदतमीजी करते दिखाई देते है साथ ही वर्दी धारी कैथल पुलिस अपनी अकड़ चलते कुछ भी कर सकते है आम आदमी के साथ ऐसा ही घटना 07 -12 -2022 को शहर के रेलवे गेट के अंदर देखने को मिली जहाँ आज तक हमने कोई पुलिस वाला ट्रैफिक व्यवस्था ठीक करवाते नहीं देखा वही आज 2 पुलिस अधिकारी आम जनता के साथ बदसलूकी करते दिखाई दिए यही नहीं एक पुलिस आफिसर ने तो एक साईकल सवार के धक्का तक दे दिया और दोपहिया वाहन चालकों जिनके साथ उनके परिजन भी सवार थे के साथ दुर्वव्यवहार करते साफ़ दिखाई दे रहे थे ट्रैफिक जाम खुलवाने के बहाने अगर ट्रैफिक जाम की कैथल पुलिस को इतनी ही चिंता है तो कैथल पुलिस कैथल ट्रैफिक पुलिस क्यों नहीं लगाती दूसरी बात ये इन दोनों पुलिस अधिकारीयों की ड्यूटी कहाँ थी और किसने इनको रेलवे गेट के अंदर आम जनता के साथ गलत आचरण करने की अनुमति दी। यानी कैथल पुलिस चाहे उसका अधिकार हो या ना हो वर्दी में होना ही काफी है आम जनता को परेशान करने के लिए वैसे एक सिपाही या होम गार्ड अगर कुछ ऐसा वैसा वयवहार करता है तो समझ में आता है लेकिन उच्चाधिकारी अगर वर्दी का रौब दिखाए वो भी आम आदमी को बिना किसी गलती के तो ऐसे पुलिस अधिकारीयों को तगमा जरूर मिलना चाहिए।
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