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बोहड़ाकला में   इबादत गाह और मस्जिद विवाद में दर्ज  एफआईआर के बाद दोनों पक्षों के बीच समझौता व  राजीनामा हुआ 

बोहड़ाकला में   इबादत गाह और मस्जिद विवाद में दर्ज  एफआईआर के बाद दोनों पक्षों के बीच समझौता व  राजीनामा हुआ
मुस्लिम समुदाय के द्वारा लिखित बिलासपुर थाना में दिया गया दोनों पक्षों के बीच सौहार्दपूर्ण माहौल में वार्ता के बाद समझौता
बोहड़ाकला में   इबादत गाह और मस्जिद विवाद
बोहड़ाकला में   इबादत गाह और मस्जिद विवाद
अटल हिन्द ब्यूरो /फतह सिंह उजाला
बोहड़ाकला/ पटौदी । पटौदी विधानसभा क्षेत्र के सबसे बड़े और केंद्र में मंत्री जनरल वीके सिंह की ननिहाल गांव बोहड़ाकला में इबादत गाह और मस्जिद को लेकर जो कुछ भी विवाद हुआ । उसको लेकर दोनों पक्षों के बीच सौहार्दपूर्ण बातचीत के बाद तमाम गिले-शिकवे दूर कर लिए गए हैं । इसके साथ ही मुस्लिम समुदाय तथा गांव के अन्य 36 बिरादरी के प्रबुद्ध लोगों के बीच सामाजिक भाईचारा और सौहार्द बनाए रखने को प्राथमिकता प्रदान करते हुए दोनों पक्षों के बीच समझौता सहित राजीनामा भी हो गया है । इस संबंध में थाना बिलासपुर प्रभारी के नाम दोनों पक्षों के बीच हुए समझौते की हस्ताक्षरित प्रति सौंप दी गई है ।
थाना प्रभारी बिलासपुर के नाम सौंपे गए इस समझौता पत्र में कहा गया है कि इबादत गाह में कुछ शरारती तत्व घुस आए थे, जिसके कारण नमाज अता करने में बाधा उत्पन्न हुई । इस प्रकार की तमाम गलतफहमी अब दोनों पक्षों के बीच बातचीत के बाद समाप्त हो गई है । उपरोक्त संदर्भ में जो प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है, उस पर किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई नहीं चाहते । थाना बिलासपुर प्रभारी के नाम सौपे गए इस प्रकार के समझौता पत्र पर दोनों पक्षों सहित गांव के प्रबुद्ध लोगों के भी हस्ताक्षर किए गए हैं । गौरतलब है कि गांव बोहड़ाकला के ही पट्टी लाल सिंह के रहने वाले नजर मोहम्मद पुत्र जफरु मोहम्मद के द्वारा दी गई शिकायत के बाद थाना बिलासपुर में तीन नामजद व्यक्तियों सहित 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया । यह घटना बुधवार देर रात लगभग 8 बजे के आसपास की बताई गई ।
इसके बाद इबादत गाह में घुसकर कुछ लोगों के द्वारा नमाज में बाधा पहुंचाने, वर्ग विशेष के महिला पुरुषों के साथ मारपीट करने तथा इबादत गाह में उथल-पुथल करने का मामला मीडिया की सुर्खियां बन गया । गौरतलब है कि कुछ वर्ष पहले भी कुछ इसी प्रकार से ही गांव में इबादत गाह के साथ कथित रूप से मस्जिद कहीं जाने वाली जगह को लेकर और यहां बाहरी लोगों को बुलाकर नमाज अदा कराने के मुद्दे को लेकर ग्रामीणों के द्वारा विरोध दर्ज करवाया गया था। उसके बाद भी यह भरोसा दिलाया गया था कि गांव की इबादत गाह और मस्जिद में बाहरी लोगों को आने की अनुमति नहीं दी जाएगी । हालांकि मुस्लिम समुदाय के द्वारा दी गई शिकायत ऐसे व्यक्तियों के नाम लिखे गए, जिनमें से ग्राम पंचायत के चुनाव की तैयारी करने वालों से लेकर हिंदूवादी संगठनों से सीधा संबंध रखने वाले भी हैं । यह मामला कहीं आने वाले समय में चुनावी माहौल के बीच और अधिक तूल नहीं पकड़ जाए ? इससे महत्वपूर्ण शुक्रवार को जुम्मा की नमाज जो कि विभिन्न स्थानों पर बड़ी संख्या में एकत्रित होकर मुस्लिम समुदाय के द्वारा अता की जाती है । इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए बेहद समझदारी और दूरदर्शिता दिखाते हुए दोनों पक्षों के प्रबुद्ध लोगों और बुजुर्गों से चर्चा कर इस मामले को कानूनी कार्यवाही आरंभ होने से पहले ही समाप्त करने की पहल की गई ।
बोहड़ाकला में   इबादत गाह और मस्जिद विवाद
बोहड़ाकला में   इबादत गाह और मस्जिद विवाद
इस संबंध में उपलब्ध जानकारी के मुताबिक गुरुवार देर रात को मुस्लिम समुदाय के सूबेदार नजर मोहम्मद ,ताज मोहम्मद, लियाकत अली, उमेद खान, जागे खान, ढूंढिया खान , जफरु मोहम्मद तथा निवर्तमान सरपंच यादवेंद्र शर्मा गोगली, पूर्व जिला पार्षद सुशील चौहान , उदय सिंह छोटू ,राजेश चौहान बब्बू ,नंद लाल यादव, शीलू चौहान जयप्रकाश ,अफलातून सहित अन्य प्रबुद्ध ग्रामीणों के बीच बैठकर उपरोक्त सारे मामले को लेकर पूरी तथ्यात्मक जानकारी प्राप्त की गई । इसके बाद दोनों पक्षों के बीच इस पूरे प्रकरण को कोर्ट से बाहर और कानूनी प्रक्रिया आरंभ होने से पहले ही समाप्त करना का फैसला किया गया । इस संदर्भ में सूबेदार नजर मोहम्मद के द्वारा लिखित में बताया गया कि 12 अक्टूबर रात्रि लगभग 8 बजे के समय इबादत गाह में कुछ शरारती तत्व घुस आए थे । उनके द्वारा नमाज पढ़ने में बाधा डाली गई , इसी संदर्भ में स्थानीय पुलिस को भी दी गई शिकायत के बाद मामला दर्ज किया गया। लेकिन इस संबंधित मामले में गांव के मोजिज व्यक्तियों की मौजूदगी में प्रतिपक्ष के बीच बातचीत के बाद जो कुछ भी विवाद या गलतफहमी थी, वह पूरी तरह से समाप्त हो गई है ।
इसके साथ ही ग्रामीणों के द्वारा आश्वस्त किया गया है कि सभी ग्रामीण पूरी तरह से हमारे मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ ही हैं और किसी भी शरारती तत्व या बाहरी व्यक्ति के द्वारा की जाने वाली शरारत को सहन नहीं किया जाएगा। मुस्लिम समुदाय के द्वारा जिस पद्धति से इबादत इत्यादि की जा रही है, उसमें भी किसी को बाधा डालना या पहुंचाना सामाजिक तौर से स्वीकार्य नहीं होगा। दोनों समुदाय सहित 36 बिरादरी के लोग एकजुट और एक साथ ही हैं । हम सभी सामाजिक एकता भाईचारा और आपसी सौहार्द को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध भी हैं । इस पूरे प्रकरण में जो पुलिस में शिकायत दी गई है उस शिकायत पर किसी भी प्रकार की कोई कानूनी कार्यवाही करना नहीं चाहते हैं । इस प्रकार करीब 24 घंटे के अंदर ही गांव बोहड़ाकला के प्रबुद्ध ग्रामीणों की दूरदर्शिता की वजह से यह कथित तनावपूर्ण होने वाला मामला बहुत जल्द समय रहते समाप्त कर लिया गया। अब देखना यह है कि पुलिस के द्वारा जो मामला दर्ज किया गया है ,वह भी कितनी जल्दी औपचारिकता पूरी कर प्रथम सूचना रिपोर्ट को रद्द कर लिया जाएगा।
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