समस्या के समाधान के लिए अभी तक हो चुकी तीन बार बड़ी पंचायतें
ग्रामीण और प्रशासन के बीच चला आ रहा है मुद्दे पर शक्ति परीक्षण
एक बार फिर 22 सितंबर को प्रस्तावित है समस्या समाधान को महापंचायत
फतह सिंह उजाला
बिलासपुर / पटौदी। दिल्ली जयपुर नेशनल हाईवे पर पटौदी विधानसभा इलाके के बिलासपुर में प्रस्तावित अप्लाई ओवर लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा चुनाव में मतदान से पहले चुनावी मुद्दा बन गया है। बेशक से यह करोड़ों रुपए की परियोजना केंद्र सरकार द्वारा अनुमोदित और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकार क्षेत्र की है। लेकिन आधे अधूरे या फिर इसका निर्माण कार्य ही आरंभ नहीं होने से यहां लगने वाले जान की समस्या जी का जंजाल बन चुकी है।Bilaspur flyover election issue
फ्लाई ओवर का निर्माण कार्य आरंभ किया जाने से लेकर इसके दोनों तरफ सड़क मार्ग सहित सर्विस लाइन की सुविधा के लिए पिछले एक महीने में तीन बार बड़ी पंचायत आयोजित की जा चुकी है । लेकिन होने वाली पंचायत और पंचायत को मिलने वाले आश्वासन को देखा जाए तो यह बात कहने में कोई हर्ज नहीं की समस्या के समाधान के मुद्दे को लेकर शासन प्रशासन सहित पंचायत के बीच में एक तरह से शक्ति परीक्षण का दौरा चला आ रहा है। इसी समस्या के समाधान के लिए एक बार फिर से 22 सितंबर संडे को महापंचायत प्रस्तावित है। यह महापंचायत 360 के चौधरी महेंद्र सिंह ठाकरान की अध्यक्षता में होना बताया गया है । इस पूरे अभियान से जुड़े हुए लोगों के मुताबिक 22 सितंबर की पंचायत में निश्चित रूप से कोई ना कोई ठोस फैसला अवश्य किया जाएगा । यह महापंचायत दिल्ली जयपुर नेशनल हाईवे के बीच में ही किया जाना प्रस्तावित है । इतना ही नहीं यह महापंचायत अनिश्चितकालीन धरना के रूप में भी बदल सकती है।
दूसरी तरफ विधानसभा चुनाव की सरगर्मी को देखते हुए भी विधायक बनने और हरियाणा विधानसभा में पहुंचने की दौड़ में शामिल दावेदारों के द्वारा आयोजित पंचायत में पंचायत के द्वारा लिए जाने वाले फैसले का समर्थन किया हुआ है। बिलासपुर के साथ ही लगाते हुए सबसे बड़े गांव बोहड़ाकला से ही इंडियन नेशनल लोकदल के उम्मीदवार पवन बोडा के द्वारा भी बिलासपुर चौराहे पर बनी हुई समस्या के समाधान का विधायक बनने के बाद दावा किया गया है । जहां तक डबल इंजन की केंद्र और हरियाणा सरकार सहित सत्ता पक्ष समर्थक मौजूदा समय में भाजपा की उम्मीदवार पूर्व विधायक विमला चौधरी की बात की जाए, तो 25 अगस्त की पंचायत में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के सामने समस्या के समाधान की पर भी किया जाने को पंचायत ने खारिज कर दिया । इसके अतिरिक्त प्रदेश कांग्रेस एससी सेल की प्रदेश महासचिव कांग्रेस उम्मीदवार श्रीमती पर्ल चौधरी के द्वारा पंचायत और आसपास के दर्जनों गांव के लोगों की समस्या के समाधान का समर्थन करते हुए करोड़ों रुपए के इस प्रोजेक्ट में विलंब होने के करण की उच्च स्तरीय मांग की जा चुकी है । पर्ल चौधरी का कहना है कि पटौदी क्षेत्र की जनता जनार्दन के द्वारा राजनीतिक ताकत विधानसभा में पहुंचने की दी गई तो प्राथमिकता के साथ इस गंभीर होती जा रही समस्या का समाधान करवाया जाएगा। बहरहाल जिज्ञासा और इंतजार आने वाली 22 सितंबर संडे को समस्या के समाधान के संदर्भ में प्रस्तावित महा पंचायत पर बनी है।
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