नड़ाना से सौंकड़ा रोड पर सड़क की खस्ताहालत से दर्जनों राईस मिलर्स परेशान
विभाग की गुणवत्ता मापदंडों की अनदेखी का नतीजा भुगत रहे आसपास के वाहन चालक
तरावड़ी, 15 जून (अटल हिन्द ब्यूरो )।
ना खाएंगे ना खाने देंगे लेकिन भ्र्ष्टाचार जरूर करेंगे इसे किसी भी कीमत पर नहीं रुकने देंगे क्योंकि देश की सबसे बड़ी राजनीति पार्टी बीजेपी का खजाना तभी तो बढ़ रहा है वरना ऐसा कैसे हो सकता है की बीजेपी की ईमानदारी और ठेकेदार की बेईमानी से 2 साल पहले बनी सड़क गड्ढो में तब्दील हो जाये।
हरियाणा की जनता का हराम का पैसा है ना खाओ और मौज उड़ाओ कोई आवाज उठाये तो देश द्रोही बना जेल में डाल दो ?
जी हाँ गांव नड़ाना से सौंकड़ा की तरफ जाने वाली सड़क, जो करीब दो साल पहले बनाई गई थी, वह उखड़नी शुरू हो गई है। सड़क पर दो-दो फुट के गहरे गड्डे बन गए हैं, जिससे दोपहिया और चोपहिया वाहन चालकों के साथ-साथ राईस मिलर्स खासे परेशान हैं। यहां न केवल राईस मिलर्स की गाड़ियां पलट रही हैं, ब्लकि आने-जाने वाले लोग भी चोटिल हो रहे हैं। मजबूत ओर बढ़िया निर्माण सामग्री का दावा करने के बावजूद भी सड़क की हालत डेढ़ साल मेंं ही खस्ता हो गई है। सड़क के जगह-जगह से उखड़ने के कारण आवागमन करने में लोगों को भारी परेशानी हो रही है। इस सड़क से आसपास के कई गांवों के ग्रामीण आवागमन करते हैं। यही नही दर्जनों राईस मिल होने के कारण भी कई गाड़ियां आती-जाती हैं। गुणवत्ता मापदंडों की अनदेखी का नतीजा है कि बनने के करीब दो साल में ही सड़क की हालत खस्ता हो गई है। जिससे न सिर्फ लोगों को आवागमन मेंं परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि सड़क पर गड्ढों के कारण आए दिन दुर्घटनाओं का लोग शिकार हो रहे हैं। खासकर दुपहिया वाहन चालकों की जरा सी चूक होते ही दुर्घटना हो जाती है।
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जगह-जगह सड़क की गिट्टियां उखड़ी :- नड़ाना से सौंकड़ा रोड पर तक सड़क की गिट्टियां उखड़ गई है। कई जगह दो-दो फीट चौड़े गड्ढे हो चुके हैं। सड़क का डामर भी गायब हो गया है। जानकारी देते हुए राईस मिलर्स अनिल गुप्ता, राकेश गर्ग, संजीव कुमार, सुभाष चंद, गगन, सरित, पारस ने बताया कि इस सड़क से प्रतिदिन अधिक छोटे बड़े वाहन गुजरते हैं। लंबे अरसे से इस रोड पर पक्की सड़क का सपना पूरा हुआ था, लेकिन निर्माण कार्य में गुणवत्ता गायब होने से डेढ़ साल में ही राहत के बाद समस्या खड़ी हो गई है।
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कहीं-कहीं लगा दी टाकियां :- आसपास के राईस मिलर्स ने बताया कि इस सड़क पर 15 दिन पहले टाकियां लगाने का कार्य शुरू किया गया था, लेकिन वह भी कहीं-कहीं लगा दी गई। इस सड़क पर पत्थर डालने की बात कहने के बावजूद इस पर खोरा डाल दिया गया, जो वाहन चालकों की आंखों मेंं डल रहा है। जिससे हर कोई परेशान है। उन्होंने बताया कि खोरा डालने के कारण आखों का खतरा ओर ज्यादा बढ़ गया है। दोपहिया वाहन चालक चोटिल हो रहे हैं। राईस मिलर्स के साथ-साथ ग्रामीणों ने मांग की है कि इस सड़क की जल्दी से जल्दी मरम्मत करवाई जाए, ताकि राहत मिल सके।
वर्जन :- इस बारे में जब एक्स-ई-एन. संदीप सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में नही है। यदि सड़क की हालत खस्ता है तो उसे ठीक करवाया जाऐगा। उन्होंने बताया कि वह मौके पर जाकर चैक करेंगे, सड़क की मरम्मत करवा दी जाऐगी।