सोनाली फोगाट हुई बड़ी साजिश का शिकार ?
राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान
सोनाली फोगाट की मौत पर उठ रहे सवालिया निशान
सोनाली फोगाट के बहन ने बड़ी गड़बड़ होने का अंदेशा जताया
====अटल हिन्द ब्यूरो ====
चंडीगढ़। पहले टिक टॉक और उसके बाद सियासत में लगातार चर्चा में रहने वाली सोनाली फोगाट की मौत को लेकर भी “सवालिया” निशान उठ खड़ा हुआ है।
जिस तरह से सोनाली फोगाट जीते जी लगातार विवादों और चर्चाओं का केंद्र में रही, उसी तरह उनकी मौत भी “सामान्य” नहीं लग रही है।
जिस तरह से सोनाली फोगाट की बहन ने इस मामले में बड़ी “गड़बड़” होने का अंदेशा जताया है; वह काफी चौंकाने वाला है।
सोनाली फोगाट की बहन का यह कहना कि सोनाली फोगाट को खुद के साथ कुछ गड़बड़ होने की अंदेशा लग रहा था, उससे जाहिर है कि कहीं ना कहीं सोनाली फोगाट बड़ी “साजिश” की “शिकार” हो सकती है।
सियासत से जुड़ने वाली आम घरों की शख्सियतों के साथ पहले भी “षड्यंत्र” रचे जा चुके हैं और उन्हें मौत का शिकार बनाया जा चुका है।
ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या सोनाली फोगाट भी गीतिका शर्मा जैसी दूसरी महिलाओं की तरह “रसूखदार” लोगों के षड्यंत्र का शिकार हुई है?
यह सभी जानते हैं कि सोनाली फोगाट का हरियाणा की सियासत में बड़े कई बड़े चेहरों के साथ “नजदीकी” रिश्ता रहा है।
एक दबंग और बेबाक महिला सोनाली फोगाट के साथ किसी “अनहोनी” की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
सियासी गलियारों में चर्चा है कि सोनाली फोगाट को लेकर सियासत के कई बड़े चेहरों में लगातार “बेचैनी” का आलम था।
सोनाली फोगाट से यह लोग किन्ही “खास” कारणों से “दबते” रहते थे और उन्हें सोनाली फोगाट अपने लिए “खतरा” भी नजर आती थी।
सियासत के इन्हीं बड़े चेहरों से सोनाली फोगाट को खतरा था। सोनाली फोगाट ने हालांकि कभी खुद ऐसे किसी खतरे के बारे में चर्चा नहीं की लेकिन मौत के बाद उनकी बहन का इसके बारे में बयान देना यह इशारा कर रहा है कि किसी साजिश के तहत सोनाली फोगाट को मौत का शिकार बनाया जा सकता है।
बात यह है कि पहले भी कई शख्सियतें “सियासतदारों” के चक्कर में पड़कर अनहोनी का शिकार हो चुकी हैं।
उसी कतार में अगर सोनाली फोगाट का नाम भी शामिल हो तो किसी को “अचरज” नहीं होना चाहिए।
सियासत में महिलाओं के इस्तेमाल होने…. इस्तेमाल करने और ठिकाने लगाने की परंपरा काफी पुरानी है।
यह हकीकत है कि सुल्तानों और रजवाड़ों से लेकर वर्तमान सत्ता के गलियारों में “बेरहमी” सबसे पुराना हथियार रहा है।
सियासत में बड़ा नाम रखने वाले चेहरों की कुछ “कमजोरियां” जरूर होती हैं।
उन कमजोरियों के कुछ “राजदार” भी होते हैं। इन राजदारों से सियासी लोग हमेशा “डरते” रहे हैं। इन राजदारों के कारण कई सियासी नेताओं का कैरियर भी चौपट हुआ है।
सोनाली फोगाट पिछले 4 साल के दौरान हरियाणा की सत्ता के गलियारों में जाना पहचाना नाम बन चुकी थी।
कई बड़े लोगों के साथ उनके “करीबी” संबंध भी लगातार सार्वजनिक तौर पर देखने को मिले।
ऐसे में किसी के लिए “कांटा” बन चुकी सोनाली फोगाट को ठिकाने लगाने की साजिश रचना कोई “आश्चर्य” की बात नहीं हो सकती।
मौत से पहले सोनाली फोगाट का अपनी मां को दिया गया “गड़बड़” की आशंका की बात को किसी भी तरह से अनदेखा नहीं किया जा सकता।
ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर सोनाली फोगाट किसकी साजिश का शिकार हुई है…!
_क्या किसी सियासी चेहरे ने सोनाली फोगाट को मौत की नींद सुलाने का काम किया है…?
– क्या सोनाली फोगाट गोवा में किसी षड्यंत्र के तहत मौत की नींद सुला गई है…?
-क्या सोनाली फोगाट बेरहम सियासत के रोडरोल्लर के नीचे कुचल दी गई हैं…?
क्या बड़े चेहरों की राजदार होने की कीमत सोनाली फोगाट को जान देकर चुकानी पड़ी है…?
इन सभी सवालों का जवाब सीबीआई की जांच से मिल सकता है। लेकिन सच्चाई यह भी है कि मामला सत्तापक्ष से जुड़ा होने के कारण इस मामले की न तो कोई जांच होगी और न ही असलियत से पर्दा हटाने की कार्रवाई होगी…
यह सच्चाई है कि सोनाली फोगाट की मौत हमेशा के लिए एक सवालिया निशान बन कर रह जाएगी…
सोनाली फोगाट की मौत मामला
राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान
आयोग ने 2 सदस्यीय fact finding कमेटी का गठन किया
महिला आयोग की अध्यक्ष ने डीजीपी गोवा को लिखा खत
खत में पोस्टमार्टम रिपोर्ट के साथ की गई कार्रवाई पर भी जानकारी मांगी
अपने बयानों को लेकर भी वे सुर्खियों में रही हैं। 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में सोनाली फोगाट ने आदमपुर से कुलदीप बिश्नोई के खिलाफ चुनाव लड़ा था। वे इस चुनाव में हार गई थीं।
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