समाजसेवी लाला रतन लाल अग्रवाल का देहावसान
अंतिम समय तक शिक्षा और समाज सेवा को रहे समर्पित
अंतिम यात्रा में विदाई देने को शामिल हुए सैकड़ों लोग
फतह सिंह उजाला
पटौदी । विभिन्न सामाजिक संस्थाओं से आजीवन जुड़े रहे और अंतिम सांस तक सक्रिय रहने वाले हेलीमंडी निवासी लाला रतन लाल अग्रवाल सास बहू साड़ी शोरूम फेम का देहावसान हो गया। लाला रतन लाल अग्रवाल ने 85 वर्ष तक के अपने जीवन में अंतिम समय तक शिक्षा और समाज सेवा के लिए अपने आप को समर्पित रखा । अध्यात्म सहित धर्म-कर्म में पकड़ रखने वाले और विभिन्न रोगों के नुस्खे की खोज करने वाले लाला रतन लाल अग्रवाल को अंतिम विदाई देने के लिए हेलीमंडी-पटौदी के अलावा आसपास के गांवों से सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल रहे।
समाज के प्रबुद्ध लोगों का कहना है कि लाला रतन लाल अग्रवाल का जीवन और उनका मार्गदर्शन आज की पीढ़ी के लिए प्रेरणा बना रहेगा । लाला रतनलाल अग्रवाल का देहावसान समाज के लिए विशेष रूप से जरूरतमंद और गरीब तबके के लोगों के लिए अपूरणीय क्षति है । लाला रतन लाल अग्रवाल सीनियर सिटीजन वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष के तौर पर बुजुर्गों के हक हकूक और अधिकारों के लिए काम करते रहे। इसके साथ ही हेलीमंडी अग्रवाल सम्मेलन के अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी उनके कंधों पर रही। दूसरी ओर शिक्षा जगत की बात की जाए तो वह हमेशा महिला शिक्षा के समर्थक और प्रोत्साहन के पक्ष में ही सक्रिय दिखाई दिए । पटौदी विधानसभा क्षेत्र के एकमात्र महिला शिक्षा के केंद्र भगवती देवी आर्ष कन्या गुरुकुल महाविद्यालय जसात के ट्रस्टी की जिम्मेदारी भी उनके कंधों पर रही । इसके अलावा क्षेत्र में कोई भी सामाजिक, शैक्षणिक और धर्म कर्म संबंधित आयोजन किया गया, तो ऐसे सभी आयोजन में लाला रतन लाल अग्रवाल अग्रणी भूमिका निभाने में सबसे आगे रहे। लाला रतन लाल अग्रवाल अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं । परिवार के सदस्य भी लाला रतन लाल अग्रवाल के पद चिन्हों पर चलते हुए समाज सेवा में ही पूरी तरह से अपने आप को समर्पित किए हुए हैं।