यह कैसी पारदर्शिता
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निर्वाचन विभाग ने मृतकों को 2025 में भी बना दिया मतदाता
एक दिन पहले ही पटौदी जाटोली मंडी नगर परिषद की फाइनल लिस्ट जारी
फाइनल लिस्ट जारी करने से पहले किया गया सुधारीकरण का कार्य
विभिन्न वार्डों में चुनाव लड़ने के दावेदार भी स्वर्ग वासियों को देख हैरान
फतह सिंह उजाला
पटौदी । किसी जीवित व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया जाए । तो उसे अपने आप आप को जिंदा साबित करने के लिए क्या कुछ नहीं करना पड़ता? यह भुगतने वाला ही जानता है । आरोप प्रत्यारोप भी एक दूसरे पर गलतियां करने या होने के लगाए जाते हैं। सरकारी विभाग के द्वारा दावे किए जाते रहे हैं कि सभी काम पारदर्शिता से किया जा रहे हैं। कई बार खामियों को दूर करने या दुरुस्त करने के लिए समय लिया और दिया भी जाता है। किसी भी प्रकार के चुनाव प्रक्रिया के दौरान मतदाता सूची को लेकर हमेशा विवाद होते रहे हैं और होते आ रहे हैं। विवाद के अलग-अलग कारण बताए जाते हैं।
हरियाणा प्रदेश में विभिन्न नगर निगम नगर परिषद और नगर पालिका के चुनाव होना प्रस्तावित है। इनमें पटौदी जाटोली मंडी नगर परिषद के चुनाव होना भी प्रस्तावित हैं । चुनाव प्रक्रिया आरंभ होने से पहले मतदाता सूची को पूरी तरह से सुधारने का दावा करते हुए 6 जनवरी को पटौदी मंडी नगर परिषद की फाइनल वोटर लिस्ट जारी की गई । यह वोटर लिस्ट विभिन्न 22 वार्ड के 45 बूथ के मतदाताओं को मिलाकर जारी की गई है। यहां का अध्यक्ष पद अनुसूचित वर्ग के लिए आरक्षित ड्रा के माध्यम से रखा गया है। कुल मतदाताओं की संख्या जिला निर्वाचन विभाग के द्वारा 430 29 बताई गई है। इसके साथ ही सभी 22 वार्ड की बूथ के मुताबिक वोटर लिस्ट भी निर्वाचन विभाग की वेबसाइट पर लोड करते हुए आम जन के लिए उपलब्ध करवा दी गई है।
पटौदी जाटोली मंडी नगर परिषद के चुनाव लड़ने के दावेदार उम्मीदवारों के द्वारा जब अपने-अपने वार्ड की फाइनल वोटर लिस्ट को देखा जाने पर वह स्वयं हैरान रह गए और उनके समर्थक भी एक दूसरे को सवाल पूछने लगे? विभिन्न वार्डों में अनेक मामले ऐसे सामने आए हैं ,जिन लोगों को निर्वाचन विभाग के द्वारा जीवित मानते हुए वोटर लिस्ट में उनके नाम उम्र और वोटर कार्ड नंबर दर्ज किया गया है। ऐसे बहुत से व्यक्ति किन्हीं ने किन्ही कारण से अपनी जीवन लीला पूरी करके स्वर्ग पहुंच चुके हैं। एक ही परिवार के तीन-तीन सदस्य जो की अब इस दुनिया में नहीं है, उनको भी निर्वाचन विभाग के द्वारा पटौदी जाटोली मंडी नगर परिषद के प्रस्तावित चुनाव के लिए मतदाता के तौर पर मान्यता प्रदान की गई है। मतदाता सूची में ऐसे ऐसे लोगों के नाम भी शामिल बताए जा रहे हैं ,जो कि बीते लंबे समय से पटौदी क्षेत्र में ही निवास नहीं कर रहे या फिर यहां से छोड़कर दूसरे शहरों में जाकर बसे हुए हैं।
अनेक लोगों के द्वारा पटौदी जाटोली मंडी नगर परिषद की वोटर लिस्ट को लेकर इसमें दिखाई दे रही खामियों विशेष रूप से ऐसे लोगों को जो की अब इस दुनिया में नहीं या फिर क्षेत्र छोड़कर बीते लंबे समय से कहीं और रह रहे हैं। उनको शामिल किया जाना निर्वाचन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाई जा रहे हैं । कथित रूप से किसी-किसी वार्ड में तो एक ही व्यक्ति का दो-दो बार वोटर लिस्ट में नाम शामिल होना भी बताया जा रहा है । लोगों की प्रतिक्रिया है कि निर्वाचन विभाग के द्वारा बार-बार दावा किया जाता है की पूरी छानबीन के बाद ही मतदाता सूची अथवा वोटर लिस्ट को तैयार किया जाता है। इतना होने के बाद भी फाइनल वोटर लिस्ट संबंधित चुनाव से पूर्व संशोधित करके नए सिरे से प्रकाशित की जाती है। इतनी बारीक और जटिल प्रक्रिया होने के बावजूद वोटर लिस्ट में मृतक लोगों को मतदाता के तौर पर बताया जाना और ऐसे लोग जो की किसी दूसरे शहरों में बसे हुए हैं । उनको पुराने ही शहर का मतदाता बताया जाना अपने आप में सवाल बनकर जवाब तलाश रहा है।
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