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मनोहर ने बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा को लिफाफा ना देकर नरेंद्र मोदी को क्यों सौंपा ,बंद लिफाफे का राज , अटकलों का बाजार गरम

नमो को मनो ने सौंपा लिफाफा… अटकलों का बाजार गरम

लिफाफे को लेकर हरियाणा की राजनीति में मच गया हड़कंप

कहीं इस्तीफा तो नहीं लिखा, नमो को दिए गए लिफाफे में

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मान ने छोड़े तीर एसवाईएल का छोड़ेंगे हरियाणा में नीर

इधर राव ने खाया ताव बोले बीजेपी के लिए बना हनुमान

फतह सिंह उजाला
गुरुवार को एक तरफ जहां देश भर में होलिका दहन किया जा रहा था । होलिका दहन के कुछ दिन पहले से ही तापमान में भी उछाल बना हुआ था, इसके कई कारण देखे जा रहे हैं । एक दिन पहले ही हरियाणा के पड़ोसी भाई पंजाब में सीएम की कुर्सी पर मान की ताजपोशी हुई । इतना ही नहीं विधानसभा चुनाव में जीत का रिकॉर्ड बनाने वाले और दिल खोल भाजपा के लिए अनेकानेक कार्यक्रम करने वाले उमेश अग्रवाल के आप के साथ जाते ही गुरुवार देर रात हरियाणा की राजनीति और सरकार को लेकर उलटफेर का खेल भी खेल दिया गया।

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होलिका दहन की गर्मी के बीच ही हाल ही के राजनीतिक घटनाक्रम-उलटफेर को देखते हुए देश के पीएम नमो को हरियाणा के सीएम मनो ने एक लिफाफा सौंप दिया । आखिर इस सौपे गए लिफाफे में क्या है ? इसी बात को लेकर रंगों की मस्ती में डूबने से पहले ही हरियाणा की राजनीति में खासतौर से सत्ता पक्ष के नेताओं और मंत्रियों के चेहरे के रंग भी बदरंग होते चले गए । अटकलों का बाजार गर्म है कि नमो को सौपे गए लिफाफे में कहीं नमो के द्वारा इस्तीफा तो नहीं लिख कर दिया गया है ? जानकारी को गंभीरता से नहीं लेने की शर्त पर सूत्रों का कहना है कि पंजाब में होली से पहले भाजपा का जो पूरी तरह से रंग उड़ गया , उस बात को लेकर भाजपा हाईकमान सहित पीएम नमो बेहद नाराज बताए गए। क्योंकि इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि गुरमीत राम रहीम के जेल से फरलो पर बाहर आने के बाद भी पंजाब में भाजपा के कमल को लोगों ने कोई तवज्जो नहीं दी ।

सूत्रों का कहना है कोई माने या ना माने, जिस प्रकार से गुरुग्राम में राम रहीम के सेवकों की फौज के द्वारा झाड़ू चलाई गई । इसका सीधा इशारा पंजाब के लिए था कि वहां आम आदमी पार्टी को छोड़कर अन्य सभी पार्टी के प्रत्याशियों पर झाड़ू ही फेरनी है, जो भी कुछ हुआ आज वह सभी के सामने है। बेशक से हरियाणा मैं चुनाव में अभी 2 साल से अधिक का समय बाकी है । लेकिन पंजाब में आम आदमी पार्टी की झाड़ू का जादू चलने के बाद जिस प्रकार से सबसे अधिक राजस्व देने वाले जिला गुरुग्राम जोकि आम आम आदमी पार्टी की सरकार वाले दिल्ली प्रदेश के साथ लगता है , इसी गुरुग्राम से ही झाड़ू को थामने का सिलसिला आरंभ हो चुका है । इसी बीच में कुछ दिन पहले के घटनाक्रम पर गौर किया जाए तो दक्षिणी हरियाणा और अहीरवाल के क्षत्रप राव साहब के द्वारा भी अपना ताव केंद्रीय मंत्री की मौजूदगी में मनो को दिखाया जा चुका है । राव ने अप्रत्यक्ष रूप से और इशारों में मनो सहित भाजपा को संदेश दिया कि हरियाणा में भाजपा के लिए हनुमान वही बने हैं । 75 पार 75 पार का नारा दिया गया ,लेकिन भाजपा की लाज बचाने में और कांग्रेस की लंका जलाने में राव रूपी हनुमान का ही योगदान रहा है।

दूसरी ओर मान ने कुर्सी पर बैठते ही ऐसा तीर छोड़ दिया है, जिससे हरियाणा विशेष रूप से दक्षिणी हरियाणा भी अछूता नहीं रह सकता है । होली को देखते हुए ही मान ने तीर छोड़ा है कि हरियाणा में एसवाईएल का नीर पहुंचने से अब कोई ताकत नहीं रोक सकती । जानकारों की माने तो एसवाईएल का नीर हरियाणा ही नहीं देश की राजधानी दिल्ली तक भी पहुंचता है । अटकलों का बाजार गर्म है कि पंजाब के सीएम मान के द्वारा छोड़े गए तीर और घोषणा के मुताबिक एसवाईएल के नीर के हरियाणा में पहुंचने से कहीं हरियाणा में भी किसान सहित अन्य लोग भी अपने अपने हाथों में मजबूती से झाड़ू को ना थाम ले।

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बहरहाल मनो को नमो के द्वारा जो लिफाफा सौंपा गया है , वह लिफाफा ही अबूझ पहेली बनकर रह गया है । बातों को गंभीरता से नहीं लेने की बात कहने वाले सूत्रों की माने तो लिफाफे में लिखा हुआ इस्तीफा रखा हो, लिफाफा खाली हो या फिर इस लिफाफे में होली के रंग हो। जब तक यह लिफाफा बंद रहेगा, तब तक हरियाणा में खासतौर से सत्ता पक्ष भाजपा के नेताओं और मंत्रियों के चेहरों के रंग बदरंग ही दिखाई देंगे । इस लिफाफे को लेकर भाजपा की हमजोली जजपा और जजपा के नेताओं में भी अंदर खाने जबरदस्त बेचौनी बनी महसूस की जा रही है, कि सत्ता के मजे किरकिरे न हो जाये ? बहरहाल मनो के द्वारा नमो को सौंपा गया लिफाफ और इसमें क्या कुछ है ? यह बात सामने नहीं आ जाती तब तक पूरी मस्ती और उमंग के साथ होली के रंग खेलने पर किसी भी प्रकार की पाबंदी नहीं है । राजनीति और सत्ता के शीर्ष पदों पर बैठे नेताओं के बीच लिफाफे सहित अन्य कागजात आदान प्रदान करने का सिलसिला चलता आ रहा है और चलता ही रहेगा । लेकिन तब तक होली के रंग और त्योहार की उमंग का भरपूर आनंद लेना ही आपसी भाईचारे सहित सेहत के लिए लाभकारी रहेगा । आज फाग अर्थात होली के रंग एक दूसरे को लगाने का मौका है । ऊपर लिखी सभी बातों को भूल कर उमंग के साथ रंग खेलने का मौका बिल्कुल भी नहीं छोड़ना चाहिये क्यो कि सत्ता की चाबी जनता जर्नादन के पास ही है।

विशेष होली समाचार

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