कैथल के अफसर नहीं उठाते फ़ोन ,न्यूनतम समर्थन पर धान खरीदने से पीछे हटी सरकार
कैथल,1 नवंबर (अटल हिन्द /कृष्ण गर्ग)
प्रदेश सरकार द्वारा किसानों की धान का दाना- दाना खरीद करने के दावे उस
समय फैल हो गये जब खरीद की अन्तिम तारीख से लगभग 15 दिन पूर्व ही मंडी
में आई धान न्यूनतम समर्थन पर खरीद से पीछे हट गई और किसान मंडी में अपनी
धान बेचने के लिए खरीदारों की राह देखते रहे।
भाकियू के राष्ट्रीय सलाहकार अजीत सिंह हाबडी, किसान यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष बलवान पाई,करतारा, धीरा, वीरेंद्र आदि ने बताया कि सरकार के द्वारा किसानों की एम
एस पी वाली धान की खरीद 1 अक्टूबर से शुरू की थी, जो 15 नवंबर तक चलनी
थी,परन्तु सरकार के द्वारा यह खरीद कई दिन पूर्व 31 अक्टूबर को ही बंदकर दी गई है।
किसान हर रोज मंडी में अपनी धान बेचने की लिये आते है और खरीद दारों की राह देखकर चले जाते है। उन्होंने बताया कि वैसे तो सरकार किसानों की धान का दाना- दाना खरीदने का थोथा दाव करती है, परन्तु अधिकारी मंडी में आकर किसानों की सुध नहीं लेते।Kaithal officials do not pick up the phone, the government backed out from buying paddy on minimum support
उन्होंने बताया कि किसान अपनी कटी हुई धान की पराली पशु चारे के रूप में संभालने में लग गए तथा कुछ गेहूं की बुआई में लग गये जिस कारण से किसान अब अपनी धान की फसल मंडी में लेकर आ रहे है। उन्होंने सरकार से किसानों की धान 30 नवंबर तक सुचारू रूप से जारी रखने का मांग की है।
धान मंडी में कम आने के कारण हर रोज खरीद नहीं हो रही है- सचिव
इस बारे में पाई कमेटी सचिव जोगिंदर सिंह पेशियां ने बताया कि मंडी में आवक बहुत कम हो गई है। इसी के चलते अब 15 तारीख तक एक आध खरीद ही हो पायेगी। वे इस बारे में खरीद एजेंसी से बात करेगे। उधर इस बारे में जब पाई अनाज मंडी में खरीद एजेंसी खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के नियंत्रक प्रमोद शर्मा ने जाना चाहा तो उसने फोन नहीं उठाया
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