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खेला खूनी खेल, पांच मिनट में मम्मी-पापा-दीदी और नानी को मौत के घाट उतारा,हत्या के बाद होटल में जाकर की पार्टी

खेला खूनी खेल, पांच मिनट में मम्मी-पापा-दीदी और नानी को मौत के घाट उतारा

रोहतक() : विजय नगर में हुई दिल दहला देने वाली घटना में पूरे परिवार का खात्मा करने का आरोपित कोई और नहीं बल्कि इकलौता बेटा 20 वर्षीय अभिषेक उर्फ मोनू ही निकला। पुलिस ने उसे मुख्य आरोपित बनाया है। जांच में सामने आया है कि करीब तीन साल से आरोपित क्राइम सीरियल्स देखता था।
एपिसोड देखकर उसने प्लानिंग की और वारदात को करीब पांच मिनट में ही अंजाम दे डाला। अभिषेक के मोबाइल से क्राइम शो के एपिसोड भी मिले हैं। सबसे पहले पिता की हत्या की और फिर मां, नानी और बहन को गोली मारी गई। एसआईटी ने पांच दिन तक गहन जांच के बाद पर्याप्त सबूत मिले।
पुलिस ने उसे तत्काल गिरफ्तार कर लिया। उसके साथ परिवार के अन्य सदस्य भी संलिप्त होने के सबूत मिले हैं। वारदात के कई कारण हैं। इसके अलावा यह भी सामने आया है कि अभिषेक उतराखंड के युवक कार्तिक को परिजनों की आपत्ति के बाद भी नहीं छोड़ रहा था। वारदात का एक बड़ा कारण दोस्त को न छोड़ना भी माना जा रहा है।

वारदात की कहानी, अभिषेक की जुबानी :
अभिषेक ने पुलिस को बताया है कि उसका परिवार के साथ कई दिन से विवाद चल रहा था। माता-पिता का झुकाव उसकी बहन की तरफ था। प्रॉपर्टी उसके नाम कर दी गई थी। उसका खर्च बंद कर दिया गया था और उसकी गाड़ी वापस ले ली गई थी। उसके दोस्तों के पास आना जाना बंद करवा दिया गया था। शायद यही वजह है कि उसकी नानी हत्याकांड से दो दिन पहले ही सांपला से आई हुई थी। पुलिस का आरोप है शुक्रवार को वह करीब सवा 11 बजे अपने घर गया और गोली चला कर हत्याकांड को अंजाम दिया। इसके बाद वह कमरे लॉक कर चाबी साथ ले गया। दो ढाई घंटे बाद वह वापस लौटा और मामा को फोन किया।
पुलिस को यूं हुआ अभिषेक पर शक
पुलिस टीमे लगातार अलग-अलग एंगल से जांच कर रही थी। जांच के दौरान मौके के पास लगे सीसीटीवी कैमरा से हासिल फुटेज, परिवार में तनाव, फाइनेंशियल कारण, परिवार के बयान, बेटे अभिषेक का निजी आचरण, बार-बार बयान बदलना व अन्य जानकारी मिलने के कारण अभिषेक पर शक हुआ। सीआईए वन में एसपी की सख्ती के कारण अभिषेक टूट गया और उसने हत्याकांड को अंजाम देना कबूल लिया,जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया।
पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनी पिस्तौल
पुलिस के लिए बड़ी चुनौती यह है कि हत्याकांड में प्रयोग की गई पिस्तौल कहा छिपाई गई है। हत्याकांड के दौरान जो कपड़े पहने हुए थे वे कहां हैं। पुलिस को उन कपड़ों से बारूद का सैंपल लेना है ताकि यह पता चल सके सके कि अभिषेक ने ही गोली चलाई है।
सबूत मिलने पर कार्रवाई :
सबूत मिलने पर कार्रवाई की गई है। सीसीटीवी फुटेज समेत अन्य कई सबूत मिले हैं। उसका परिवार से विवाद चल रहा था। प्रॉपर्टी और अन्य कई कारण हैं, जिसके चलते उसकी गिरफ्तारी हुई है। परिवार के अन्य लोग भी संलिप्त हो सकते हैं, जिनकी जल्द गिरफ्तारी होगी। रिमांड के दौरान पूरा खुलासा किया जाएगा। – राहुल शर्मा, एसपी रोहतक
फिर याद आया हिसार का रेलूराम पुनिया हत्याकांड :
प्रदीप मलिक और उसके परिवार की हत्या के बाद एक बार फिर से 20 साल पहले हिसार में हुआ विधायक रेलूराम पुनिया हत्याकांड चर्चा में है। सोशल मीडिया पर लोग इस वारदात की तुलना रेलूराम हत्याकांड से कर रहे हैं। प्रॉपर्टी की चाहत के लिए विधायक रेलूराम पुनिया समेत उनके परिवार के 8 लोगों की हत्या कर दी गई थी। जिसमें उनकी बेटी सोनिया व दामाद संजीव सजा काट रहे हैं। 23 अगस्त 2001 को सोनिया व संजीव ने उकलाना के लितानी में विधायक रेलूराम पुनिया, उनकी पत्नी कृष्णा, बेटी प्रियंका, बेटा सुनील, बहू शकुंतला, पोते लोकेश, पोती शिवानी और प्रीती हत्या कर दी थी।
रोहतक का खूनी खेल : माता-पिता, बहन और नानी की हत्या के बाद होटल में जाकर की पार्टी
माता-पिता, बहन और नानी की मौत के बाद भी अभिषेक के चेहरे पर कोई भाव दिखाई नहीं दे रहा था। उसने वारदात के बाद अपने माता पिता, और बहन के शव काे मुखाग्नि तक नहीं दी, जिससे लोग उस पर शक कर रहे थे। वारदात के बाद वह अपने दोस्तों के साथ पार्टी करने भी चला गया था। इसके अलावा अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर उसने शोक संदेश में लिखा कि उसके माता पिता और बहन की मौत हो गई है। उनकी तेरहवीं एक सितम्बर को विजय नगर में मनाई जाएगी। उसने संदेश में यह भी लिखा है कि भगवान की यही मर्जी थी। लेकिन जिस दिन उसे तेरहवीं में परिवार के मुखिया के तौर पर पगड़ी पहनाई जानी थी, उसी दिन उसके हाथ में हथकड़ी लगी हुई थी।
पिता ने चलानी सिखाई थी बंदूक :
इंस्टाग्राम पर डाले गए फोटो में प्रदीप पहलवान ही अपने बेटे को पिस्टल चलाना सिखा रहा है। पहलवान को भी हथियारों से अधिक प्रेम था और उसके साथ कई हथियारबंद लोग मौजूद रहते थे। इसी वजह से उसके बेटे के मन में हथियारों का शौक बढ़ता चला गया।
हत्या के बाद दहाड़े मार कर रोया था अभिषेक :
शुक्रवार को वारदात के दिन वह अपने माता पिता, नानी के शव देखकर वह दहाड़े मार कर रोया था और कहा था कि पापा मम्मी उसे भी अपने साथ क्यों नहीं ले गए। लेकिन वारदात के बाद जब वह होटल में जाता है तो उसके चेहरे कोई शोक देखने को नहीं मिला, जिसकी वजह से उसके दोस्तों को भी अंदाजा नहीं हो सका कि वह इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देकर आया है। वह होटल में कैमरे में कैद हुआ था।
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