फूड डिलीवरी से लेकर क्विक कॉमर्स के काम में लगी स्टार्टअप कंपनी स्विगी को अब टैक्स नोटिस मिला है. पुणे के प्रोफेशन टैक्स ऑफिसर ने स्विगी को एक नोटिस भेजकर 7.59 करोड़ रुपये के टैक्स की डिमांड की है. ये नोटिस स्विगी से एक निश्चित समयावधि में अपने कर्मचारियों की सैलरी से काटे गए प्रोफेशन टैक्स के विश्लेषण का एक असेसमेंट ऑर्डर है.
दरअसल महाराष्ट्र के स्थानीय कानून ‘महाराष्ट्र स्टेट टैक्स ऑन प्रोफेशन, ट्रेड्स, कॉलिंग्स एंड एम्प्लॉयमेंट एक्ट-1975’ के तहत स्विगी ने अपने कर्मचारियों की सैलरी से टैक्स काटा था. इसमें नियमों का उल्लंघन करने के चलते प्रोफेशसन टैक्स ऑफिसर ने स्विगी को टैक्स डिमांड नोटिस भेजा है. ये नोटिस अप्रैल 2021 से मार्च 2022 की अवधि के असेसमेंट के लिए भेजा गया है.
स्विगी की सफाई
इस टैक्स डिमांड नोटिस(Tax demand notice) पर स्विगी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा है कि उसके ऊपर ‘महाराष्ट्र स्टेट टैक्स ऑन प्रोफेशन, ट्रेड्स, कॉलिंग्स एंड एम्प्लॉयमेंट एक्ट-1975’ के प्रावधानों के उल्लंघन का आरोप लगा है. कंपनी का कहना है कि उसके पास इस आदेश के खिलाफ लड़ने के लिए पर्याप्त सबूत हैं. वह इस मामले से निपटने के लिए सभी कानूनी कदम उठा रही है.
स्विगी ऑनलाइन फूड डिलीवरी सेक्टर में काम करती है. उसके यहां काम करने वाले ज्यादातर कर्मचारी पार्टनर बेसिस पर काम करते हैं, इसलिए वह प्रोफेशनल्स के दायरे में आते हैं. कंपनी इंस्टामार्ट नाम से क्विक कॉमर्स और स्नैक नाम से इंस्टेंट फूड डिलीवरी सेगमेंट में भी काम करती है. कंपनी का कहना है कि इस टैक्स डिमांड ऑर्डर से उसके कारोबार कोई असर नहीं पड़ेगा.
स्विगी का कारोबार
स्विगी एक स्टार्टअप कंपनी थी, जिसे पिछले साल ही शेयर बाजार में लिस्ट कराया गया है. कंपनी के आईपीओ से पहले ही कई बड़े सेलिब्रिटी जैसे कि माधुरी दीक्षित, सचिन तेंदुलकर इत्यादि ने कंपनी की हिस्सेदारी खरीदी थी. स्विगी का मुख्य फोकस इस समय क्विक कॉमर्स बिजनेस पर है ताकि वह ब्लिंकइट और जेप्टो से इस सेगमेंट में कॉम्प्टीशन कर सके.
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