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डिजिटल क्रांति: विचार अब प्रदर्शन नहीं, प्रस्तुतियाँ बन गए हैं रील्स की ताकत, रीयल की कमज़ोरी – बदलाव का विरोधाभास आज का भारत एक ऐसी धरती है, जहाँ…

भारत की तीन सबसे डरावनी संस्थाएं—पुलिस, अस्पताल और अदालतें -कार्ति पी. चिदंबरम- भारत विरोधाभासों का देश है, जहां इसके नागरिकों के लिए जीवन कई तरह की…

कटाक्ष:-बीजेपी राज में हिंदुत्व के लिए अनेकों खतरे जो पहले कभी भी नहीं थे। BY–राजेंद्र शर्मा “हिंदुत्ववादियो, ऊपर-ऊपर से चाहे पूरा देश खोद लेना, पर गहरा…

इलाहाबाद HC का हालिया फैसला “भगवा रंग” वाला, ईसाइयों में डर पैदा कर रहा है: यूनाइटेड क्रिश्चियन फोरम यूसीएफ ने 4 जुलाई को जारी एक बयान…

लोकसभा चुनाव के बीच मोदी के उलझाने वाले संदेश पहले मोदी ने अपनी उपलब्धियों के आधार पर “400 पार” तक पहुंचने का नैरेटिव तय किया था।…

युवा झूठों-जुमलों-झांसों की चपेट में हैं और हिंसा-घृणा-हत्या की मानसिकता से ग्रस्त होते जा रहे हैं कभी-कभार | अशोक वाजपेयी: हिंदी अंचल इस समय भाजपा और…

ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में दिल्ली आ रहे किसान…रास्ते में कंटीली तारें, भारी नाकेबंदी से सामना! आख़िर ये तैयारी किसके लिए की जा रही है? कौन दिल्ली आ…

भारत में हिंदुओं में धार्मिकता संक्रामक रोग की तरह फूट पड़ी क्या इस समय हिंदुओं में धार्मिकता को राम मंदिर परिभाषित कर रहा है? अयोध्या को…