समराला: बुधवार को दिनदहाड़े समराला में काम से लौट रहे तीन प्रवासी मजदूरों पर दो लुटेरों ने उनकी मोटरसाइकिल छीनने के लिए गोलियां चला दीं। इस घटना में एक प्रवासी मजदूर पीठ में गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे तुरंत इलाज के लिए समराला के सिविल अस्पताल ले जाया गया। यहां चिकित्सकों द्वारा प्राथमिक उपचार देने के बाद उसकी हालत गंभीर होने पर उसे पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया है। घटना के तुरंत बाद एस.एच.ओ. समराला पवित्र सिंह भी मौके पर पहुंचे और घायल मजदूर का हालचाल लेने के बाद लुटेरों की तलाश शुरू कर दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शाम करीब साढ़े छह बजे तीन प्रवासी मजदूर गांव हेड़ो स्थित पेट्रोल पंप पर टाइल लगाने के बाद मोटरसाइकिल पर सवार होकर अपने घर समराला लौट रहे थे। जैसे ही ये प्रवासी मजदूर लुधियाना-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर दयालपुरा गांव के कट पर पहुंचे तो पीछे से आ रहे मोटरसाइकिल सवार दो लुटेरों ने उन्हें रुकने का इशारा किया। लुटेरों ने अपने चेहरे ढके हुए थे। लेकिन जब ये मजदूर नहीं रुके तो मोटरसाइकिल पर पीछे बैठे एक लुटेरे ने इन मजदूरों पर गोलियां चला दीं। लूट के इरादे से लुटेरे ने दो गोलियां चलाईं और एक गोली मोटरसाइकिल सवार प्रवासी मजदूर की पीठ में लगी, जिसकी पहचान सुमन मंडल (35) के रूप में हुई।
इसके बाद मोटरसाइकिल का संतुलन बिगड़ने से तीनों प्रवासी मजदूर नीचे गिर गए और घायल हो गए। इसके बाद गोलीबारी करने वाले लुटेरे इन प्रवासी श्रमिकों की मोटरसाइकिल लेकर मौके से फरार हो गए। घटना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और आसपास के लोगों की सहायता से गोलियों से घायल हुए प्रवासी मजदूर सुमन मंडल व दो अन्य साथी मजदूरों को घायल अवस्था में समराला के सिविल अस्पताल पहुंचाया गया।
डॉक्टरों ने बताया कि सूरज मंडल की हालत गंभीर है, इसलिए उन्हें तुरंत पीजीआई चंडीगढ़ भेज दिया गया। मामले की जानकारी देते हुए एसएचओ समराला पवित्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने घायल मजदूरों के बयान दर्ज कर लिए हैं और लुटेरों की तलाश में सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। उन्होंने बताया कि अब तक पता चला है कि ये लुटेरे मोटरसाइकिल लूटने के बाद लुधियाना की तरफ भागे हैं।
प्रवासी श्रमिक ठेकेदार गोली लगने से घायल
लुटेरों की गोली लगने से घायल हुए सुमन मंडल पिछले काफी समय से इस इलाके में ठेकेदारी का काम कर रहे हैं। आज वह रोजाना की तरह हेडो गांव में पेट्रोल पंप पर टाइल लगाने का काम खत्म होने के बाद मजदूरों को छोड़ने के लिए समराला लौट रहा था। रास्ते में जैसे ही इन लुटेरों ने उसे रुकने का इशारा किया तो उसे एहसास हो गया कि ये लुटेरे उसे लूटने के लिए ही उसका पीछा कर रहे थे। इसके बाद जैसे ही उसने मोटरसाइकिल को तेज गति से चलाने की कोशिश की, उसके पीछे बैठे एक लुटेरे ने उसे गोली मार दी। हालांकि यह भी संदेह व्यक्त किया गया है कि इस घटना को अंजाम देने वाले लुटेरे निहिंगों के नियंत्रण में थे, लेकिन पुलिस ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है।