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चीन के राष्ट्रपति शी जिन पिंग व पाक के पीएम इमरान का पुतला फूंका

चीन के राष्ट्रपति शी जिन पिंग व पाक के पीएम इमरान का पुतला फूंका

पी ओ के और चीन अधिकृत कश्मीर की जमीन की मुक्ति की मांग

भारत देश के प्रत्येक राष्ट्रवादी एवं देशभक्त की भी यही है इच्छा

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मंच के सदस्यों ने तिरंगे लेकर भारत माता की जयकारे भी लगाए

फतह सिंह उजाला


गुरुग्राम। 
पाक अधिकृत कश्मीर और चीन अधिकृत कश्मीर की जमीन की मुक्ति की मांग को लेकर शुक्रवार को शहर में प्रदर्शन किया गया। भारत-तिब्बत सहयोग मंच की ओर से आयोजित किये गये इस विरोध प्रदर्शन के दौरान डाकखाना चौक पर चीन के राष्ट्रपति शी जिन पिंग व पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का पुतला भी फूंका गया।  मंच के संरक्षक आरएसएस के प्रचारक इंद्रेश कुमार के दिशा-निर्देशन में  यह कार्यक्रम एक सितम्बर 2021 से 15 अक्टूबर तक देशभर में आयोजित किये जा रहे हैं। दोनों का संयुक्त रूप से पुतला बनाकर उस पर दोनों देशों के झंडे लगाये गये थे। वहीं प्रदर्शन के दौरान भारत-तिब्बत सहयोग मंच के साथ आए सदस्यों ने हाथों में तिरंगे लेकर भारत माता की जयकारे भी लगाए। इसके साथ ही कैलाश मानसरोवर और तिब्बत को कब्जा मुक्त करो जैसे नारे इस प्रदर्शन के दौरान लगाए गए। भारत के प्रधानमंत्री तक पाक अधिकृत कश्मीर व चीन अधिकृत कश्मीर की आजादी की मांग पहुंचाने के लिए ही मंच की ओर से यह प्रदर्शन किया गया।

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संस्था के राष्ट्रीय मंत्री प्रमोद गोयल, प्रांत अध्यक्ष अमित गोयल ने कहा कि देशवासियों की भावनाओं को समझते हुए प्रधानमंत्री इस मामले में कठोर कदम उठाएं और दोनों मांगों को पूरा करें। उन्होंने कहा कि गिलगित-बाल्टिस्तान-पीओके को खाली करे। उन्होंने कहा गया है कि अवैधानिक तरीके एवं जोर-जबरदस्ती तरीके से कब्जाई गई एक-एक इंच भारत भूमि को मुक्त कराने के लिए भारत-तिब्बत सहयोग मंच काम करता रहेगा। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों की अदूरदर्शिता, नाकामी, अक्षमता एवं लापरवाही के कारण अवैधानिक तरीके से तथा जोर-जबरदस्ती से पाक अधिकृत कश्मीर, अक्साई चीन एवं गिगित-बाल्टिस्तान चीन तथा पाकिस्तान कब्जे में हैं। इस भूमि को आजाद कराने के लिए भारतीय संसद में संकल्प भी लिया गया था, लेकिन आज तक कब्जाई गई भारत भूमि को मुक्त नहीं कराया गया है। इसे जल्द ही मुक्त कराना चाहिए। बल्कि देश के प्रत्येक राष्ट्रवादी एवं देशभक्तों की यही इच्छा है।

इस विरोध प्रदर्शन में चंदन मुंजाल, विनोद वर्मा, सुनील तंवर, कुलभूषण भारद्वाज, कृष्ण तंवर, परमिंदर कटारिया, मंगतराम बागड़ी, गगनदीप चौहान, अजय जैन, अनिल हिंदू, आशीष गुप्ता, निशांत अहलावत, अंकित चौहान, नानक बजाज, सतनारायण, संत कुमार, अनुपम कुमार, धर्मेंद्र फौजी व प्रवीण आहुजा भी शामिल रहे। बता दें कि भारत-तिब्बत सहयोग मंच की ओर से तिब्बत की आजादी मानसरोवर की मुक्ति भारत की सुरक्षा के लिए पहले से ही अभियान चलाया जा रहा है। इसके साथ ही पाक अधिकृत कश्मीर और चीन अधिकृत कश्मीर भी संस्था के एजेंडे में है।

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