Arvind केजरीवाल खेलेंगे हरियाणा में आर और पार का खेल, एक तीर से साधेंगे दो निशाने,आदमपुर में मेक इंडिया नंबर वन अभियान की शुरुआत करके खुद को पीएम प्रत्याशी के तौर पर गंभीर दावेदार साबित करने की कवायद,हरियाणा की पॉलिटिक्स में रखेंगे पहला कदम
-अटल हिन्द ब्यूरो –
हिसार। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पहली बार अपने गृह नगर हिसार में 7 और 8 सितंबर को सियासी शक्ति प्रदर्शन करने आ रहे हैं।
दिल्ली की पॉलिटिक्स के बाद केंद्र की पॉलिटिक्स को फोकस करके चल रहे अरविंद केजरीवाल का हिसार दौरा आम सियासी दौरा नहीं बल्कि अरविंद केजरीवाल के सबसे बड़े सपने को लेकर “आर” और “पार” के “खेल” का आगाज है।
अरविंद केजरीवाल हिसार के जरिए एक तीर से दो “निशाने” साधने जा रहे हैं।
निशाना नंबर वन
अरविंद केजरीवाल आदमपुर में मेक इंडिया नंबर वन अभियान का आगाज करके खुद को 2024 के चुनाव के लिए प्रधानमंत्री प्रत्याशी के तौर पर अपनी “दावेदारी” का भी आगाज कर रहे हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाजपा से अलग होने के बाद अरविंद केजरीवाल के लिए प्रधानमंत्री पद की दावेदारी का मुकाबला कड़ा हो गया है।
अभी तक देश की पॉलिटिक्स में प्रधानमंत्री मोदी के सामने केजरीवाल गैर कांग्रेसी विकल्प के तौर पर खुद को सबसे “प्रबल” दावेदार मान रहे थे लेकिन बड़े “रसूख” वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भी प्रधानमंत्री पद की रेस में शामिल होने के कारण अरविंद केजरीवाल के लिए पहले “दावेदारी” ठोकना बेहद जरूरी हो गया है।
इसलिए नीतीश कुमार के “रफ्तार” पकड़ने से पहले ही अरविंद केजरीवाल अपने गृह नगर से देश के प्रधानमंत्री बनने के सपने को पूरा करने की दिशा में जिंदगी के सबसे बड़े सियासी “मिशन” को शुरू करने जा रहे हैं।
निशाना नंबर दो
अरविंद केजरीवाल का 2 दिन तक हिसार में रहना आम बात नहीं है हिसार के साथ करीबी रिश्ता जाहिर करके अरविंद केजरीवाल हरियाणा की पॉलिटिक्स को भी नए सिरे से “मथने” का काम करने जा रहे हैं। अगर मोदी सरकार ने दिल्ली का राज्य का दर्जा खत्म कर दिया तो अरविंद केजरीवाल के लिए “दूसरे” विकल्प को तैयार रखना “मजबूरी” होगी।
अरविंद केजरीवाल देश के प्रधानमंत्री पद पर बैठने के लिए तो तैयारी कर रहे हैं लेकिन इसके साथ साथ वे हरियाणा को अपने पॉलिटिक्स के B प्लान के तौर पर तैयार करने जा रहे हैं।
अरविंद केजरीवाल भी जानते हैं कि प्रधानमंत्री की कुर्सी हासिल करना बेहद मुश्किल है। इसलिए 2024 की बजाय 2029 को लक्ष्य करके अरविंद केजरीवाल अंदरखाते आगे बढ़ रहे हैं। ऐसे में 2024 से लेकर 2019 के 5 साल को वह हरियाणा की सत्ता हासिल करके और भी बड़ा रसुख हासिल करने के मंसूबे रखते हैं।
हिसार में जोरदार शक्ति प्रदर्शन करके वह खुद को हरियाणा के भविष्य के सीएम तौर पर भी पेश करने जा रहे हैं।
बात यह कि अरविंद केजरीवाल अब सियासत के “मंझे” हुए खिलाड़ी बन गए हैं।
उन्हें पता है कि मोदी सरकार उन्हें दिल्ली में नहीं टिकने देगी। इसलिए दिल्ली से बाहर दूसरा राज्य तैयार करना उनके लिए मजबूरी और जरूरी दोनों ही बन गए हैं।
हरियाणा अरविंद केजरीवाल का खुद का प्रदेश होने के कारण उनके लिए यहां पैर जमाना दूसरे प्रदेशों से कहीं आसान है।
इसलिए वे समय रहते हिसार में बड़ा शक्ति प्रदर्शन करके खुद को भावी सीएम के तौर पर भी लोगों के बीच में चर्चित करने का काम करेंगे।
मेक इन इंडिया अभियान के “लक्ष्य” पर दिल्ली की कुर्सी है। अरविंद केजरीवाल शिक्षा के सबसे बेहतर मॉडल के जरिए खुद को पूरे देश में मोदी का विकल्प बनाने की “सोच” रखते हैं।
इसलिए वे हरियाणा से अपने सियासी सबसे बड़े सपने को पूरा करने की दिशा में पहला कदम रखने जा रहे हैं।
अरविंद केजरीवाल का हिसार दो दिन टिकना आम घटना नहीं है बल्कि इसके जरिए अरविंद केजरीवाल सबसे बड़ी महत्वाकांक्षा और दिल्ली के विकल्प का B प्लान एक साथ शुरू करने जा रहे हैं।
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