बंगाल की फीश करी और तेलंगान का चिकन का लुफ्त उठाया राजस्थानी प्याज कचोरी तथा बिहार का लिट्टी चोखा
Enjoyed Bengal’s Fish Curry and Telangana’s Chicken
गुरुग्राम ( अटल हिन्द ब्यूरो /फतह सिंह उजाला )साइबर सिटी गुरुग्राम में शुक्रवार से हो रही भारी बारिश के बीच सेक्टर 29 के लेजर वैली पार्क ग्राउंड में चल रहे सरस आजीविका मेले में लोगों का आना शुरु हो गया. 7 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक चलने वाले इस मेले में गुरुग्राम वासियों ने अपने वीकेंड का पूरा फायदा उठाते हुए शनिवार को शॉपिंग की मज़ा लिया और साथ ही सरस मेले के फूड कोर्ट लगे फ़ूड (Food stalls set up at Saras Fair’s food court )में जाकर अलग-अलग राज्यों के पकवान(dish) का स्वाद लिया।
गुरुग्राम में रह रहे केरला निवासी अरुण कुमार केएम ने राजस्थान की पारंपरिक रेसिपी दाल बाटी और चूरमे का पहली बार मज़ा लिया। अरुण कुमार ने कहा खाने के शौकीन लोगों को इस राजस्थानी व्यंजन को जरूर ट्राई करना चाहिए। नॉनवेज (non veg)के शौकीन गुरुग्राम के सेक्टर 102 निवासी रोहित खत्री और ख़ुशी राठौर ने फूट कोर्ट में हैदराबाद की कप्पा बिरयानी का ज़ायक़ा लिया।मछली खाने के शौकीनों को एक बार जरूर ट्राई करनी चाहिए बंगाली स्टाइल फिश करी,मछली बनाने के कई तरीके हैं लेकिन बंगाली स्टाइल में मछली बनाने का तरीका बेहद पॉपुलर है(Bengali fish curry which is a classic Bengali fish stew)। मछली आयरन से भरपूर होती है, जिससे यह खून की कमी पूरी करने में मदद करती है।
आम लोगों के साथ गुरुग्राम के वीआईपी लोगों के आने का भी सिलसिला लगा रहा। गुरुग्राम जिला परिषद के सीईओ व नगराधीश अनु श्योकंद ने फूड कोर्ट में राजस्थानी प्याज कचौरी और बिहार के स्पेशल डिश लिट्टी चोखा का मज़ा लिया। अनु श्योकंद ने गुरग्रामवासियों से सरस आजीविकी मेले में आकर फूड कोर्ट में पूरे देश के पकवान का मज़ा लेने की अपील भी की।न-पान के शौक़ीन लोगों के लिए इस मेले में राजस्थानी कैर सांगरी, गट्टे की सब्ज़ी से लेकर बंगाल की फ़िश करी(Bengali fish curry), तेलंगाना का चिकन(Chicken from Telangana), बिहार की लिट्टी चोखा(Litti Chokha from Bihar), पंजाब का सरसों का साग और मक्के की रोटी(Sarson Ka Saag and Maize Roti from Punjab), सहित पूरे भारत के पकवान उपलब्ध है। प्रतिदिन प्रत्येक राज्य के अलग अलग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी मेले में आने वाले दर्शकों के लिए आयोजित होंगे जिससे दर्शकों का भरपूर मनोरंजन होगा।
मेले में देश भर आईं 500 से अधिक महिलाएं अपने शिल्प, कला और उत्पादों का प्रदर्शन कर रही है. 230 स्टाल में ग्रामीण भारत की झलक पेश करती ये सरस मेला महिला सशक्तिकरण की अनूठी मिसाल पेश कर रहा है। केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के एन आई आर डी वर्ष 1999 से देश भर में इस सरस आजीविका मेले का आयोजन कर रहा है। गुरुग्राम वासी इस मेले में सुबह 11 बजे से रात रात्रि 9.30 बजे तक प्रतिदिन शिरकत कर सकते हैं जहां फ्री एंट्री और फ्री कार पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
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