पोर्न वेबसाइट पर गैंगरेप की तलाश क्यों
by-वीरेंद्र बहादुर सिंह
मुंबई में अभी एक गैरसरकारी स्वैच्छिक संस्था द्वारा पेश किए गए आंकड़ों से पता चला है कि विविध स्कूल्स और कालेजों में लड़कियों से की गई बातचीत के दौरान लगभग दस हजार लड़कियों ने स्वीकार किया कि उनका यौनशोषण हुआ है। बातचीत के दौरान इन लड़कियों ने यह भी बताया कि उनका यौनशोषण उनके सगे-संबंधियों द्वारा ही किया गया है।
कुछ दिनों पहले गुजरात में एक लड़की के उसके सगे भाई ने ही गर्भवती कर दिया था। इससे तो यही लगता है कि कलयुग पराकाष्ठा पर है।
आर्थिक राजधानी मुंबई महिलाओं के लिए सब से सुरक्षित मानी जाती है। फिर भी यहां साल में सात सौ से अधिक बलात्कार की घटनाएं घटती हैं। एक स्वैच्छिक संस्था ने पिछले दो सालों में जो आंकड़े पेश किए हैं, वे डराने वाले हैं। 2017-18 में मुंबई में लगभग 792 बलात्कार के मामले दर्ज किए गए थे। 2018-19 में 784, 2015-16 में यह आंकड़ा 728 का था। 2014-15 में 643, तो 2016-17 में 576 का था। इसी तरह दिल्ली के आंकड़े तो और डरावने हैं। 2020 में दिल्ली में 1699 मामले दर्ज किए गए थे।
इसके अलावा छेड़खानी के मामले तो दुष्कर्म से अधिक हैं। 2018-19 में लगभग 2533 छेड़छाड़ की शिकायतें विभिन्न थानों में दर्ज कराई गई थीं। 2017-18 में यह आंकड़ा 2358 का था। 2015-16 में यह आंकड़ा 2145 और 2016-17 में यह आंकड़ा 2103 का था। 2019 में यह आंकड़ा 1705 का था। ध्यान देने वाली बात यह है कि इनमें 81 प्रतिशत मामले नार्थ-सेंट्रल मुंबई के थे। इस इलाके में विले पार्ले, कुर्ला, बांद्रा और चेंबूर आते हैं। सब से कम दुष्कर्म के मामले दक्षिण मुंबई में हुए। छेड़छाड़ की सब से अधिक घटनाएं दहिसर, बोरिवलि, कांदिवली और मलाड में दर्ज की गईं। ऊपर बताया गया दस हजार का आंकड़ा पिछले कुछ सालों का मात्र मुंबई का है।
मुंबई की एक संस्था पिछले साढ़े चार सालों से पुलिस के साथ मिल कर स्कूलों में पढ़ने वाली कक्षा छह से कक्षा बारह तक की लड़कियों को यौनशोषण से बचने के उपायों के बारे में जागृति फैलाने का काम कर रही है। इस जागरूकता अभियान के दौरान दस हजार लड़कियों ने बताया कि उनका किसी न किसी रूप में यौनशोषण किया गया है। यह संस्था लड़कियों को सलाह देते हुए यह भी बताती है कि किसी पर भरोसा करने के पहले दस बार सोचो।
फेसबुक और इंस्टाग्राम पर अंजान लोगों को दोस्त न बनाएं। लड़कियों के लिए सोशल मीडिया सब से खतरनाक माध्यम है।
कुछ समय पहले हैदराबाद में हुई गैंगरेप की घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। दुष्कर्म करने वाले हैवानों ने गैंगरेप करने के बाद पीड़िता को जीवित जला दिया था। पुलिस एनकाउंटर में सभी आरोपी मारे गए थे। यह एक घटना थी, जो उस समय समाप्त हो गई थी। पर समाज का एक ऐसा भी वर्ग है, जो गैंगरेप का शिकार हुई लड़की का नाम और शहर पोर्न वेबसाइट पर खोज रहा था। अब इससे भी खराब वृत्ति और क्या हो सकती है? हैरान करने वाली बात तो यह है कि हैदराबाद की इस गैंगरेप की घटना के दो दिन बाद एक बड़ी और कुख्यात पोर्न वेबसाइट पर पीड़िता का नाम, सरनेम और हैदराबाद टॉप ट्रेंड में था। आखिर यह कैसी विकृति?
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि इस विषय को ले कर लोगों ने पोर्न वेबसाइट पर सर्च किया था। इस तरह का सर्च करने वाले भी एक तरह से रेपिस्ट ही हैं। जब कठुआ में रेप हुआ था तो भी वे टॉप ट्रेंड में शामिल थे। बालीवुड की अभिनेत्रियों के बारे में भी सर्च करने वाला एक बड़ा वर्ग है। सच्ची बात तो यह है कि ऐसी तमाम वेबसाइटें हैं, जिन पर अन्य वीडियोज के साथ छेड़छाड़ कर के अभिनेत्रियों के चेहरे लगा कर वीडियो डाले जाते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि जो लोग पोर्न और रेप वीडियो देखते हैं या सर्च करते हैं, वे ऐसे लोग हैं जो रेप करने की मानसिकता रखते हैं। इन लोगों को रेप करने का मौका नहीं मिलता, इसलिए ऐसी पोर्न वेबसाइट देख कर अपनी विकृत इच्छा तृप्त करते हैं। विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि जो लोग गैंगरेप या रेप के वीडियो पोर्न साइट्स पर सर्च करते हैं, वे मानसिक रूप से बीमार होते हैं। वे एंटी सोशल पर्सनालिटी डिसआर्डर से पीड़ित होते हैं। जो लोग बलात्कार जैसी घटनाओं में शामिल होते हैं, वे भी ऐसी ही मानसिक बीमारी से पीड़ित होते हैं। ऐसी ही एक दूसरी बीमारी है।
’सेक्सुअल आब्सेशन’। ऐसी बीमारी से पीड़ित लोगों को प्राकृतिक जरूरत की अपेक्षा सेक्स संबंधी विचार अधिक आते हैं। इस तरह के लोग ऐसी ही प्रवृत्ति में रचेबसे रहते हैं। ऐसे लोगों के लिए स्मार्ट फोन एक आसान माध्यम है। मोबाइल फोन पर वे हमेशा पोर्न सर्च करते रहते हैं। कमजोर दिमाग वाले बाद में ऐसी घटनाओं को अंजाम दे देते हैं।
कुछ समय पहले कुछ लोगों ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर के ’साफ्ट पोर्न’ प्रसारित करने वाली तमाम वेबसाइट्स के खिलाफ प्रदर्शन किया था और इस तरह की वेबसाइट्स के खिलाफ थाने में रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। कुछ साइबर अपराधियों ने एक एप पर आने वाले धारावाहिक के एक एपिसोड को एक पोर्न वेबसाइट पर अपलोड कर दिया था और वेब सिरीज का वह एपिसोड पोर्न वेबसाइट पर देख कर एक अभिनेत्री घबरा गई और डिप्रेशन में आ गई। इस तरह का घृणास्पद काम करने वाले लोग भी हैं। कुछ लोग बालीवुड की किसी अभिनेत्री को बदनाम करने के लिए उसकी फिल्म के हॉट सीन को पोर्न वेबसाइट पर डाल देते हैं। अब अभिनेत्री बेचारी क्या कर सकती है? समाज की यह विकृति कहां जा कर रुकेगी?
बलात्कार का शिकार हुई पीड़िता का नाम और शहर की जानकारी पोर्न वेबसाइट पर खोजने वाले भी बलात्कार के बाद बलात्कार करने वाले अपराधी हैं। पर इस तरह के लोगों को सजा किस तरह हो, कैसे हो? यह है आज का सभ्य समाज।
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