कैप्टन यादव ने इंद्रजीत को घेरा
पूर्व मंत्री अजय का सवाल… इससे बड़ा थाली में छेद क्या होगा !
इंद्रजीत के पिता पूर्व सीएम स्व. राव बिरेंद्र सिंह को 1961 में बर्खास्त किया गया
1986 में कांग्रेस पार्टी को छोड़कर राव बिरेंद्र सिंह लोकदल में शामिल हुए
राव इंद्रजीत ने स्वयं 2013 कांग्रेस को छोड़ा और भाजपा में शामिल हुए
फतह सिंह उजाला
गुरूग्राम। केंद्रीय मंत्री राव इदं्रजीत अपने स्वास्थ्य की चिंता कर रहे हैं , जबकि जनता का स्वास्थ्य खराब हो चुका है। जनता ने उनको 9 बार जीताकर अपना काम किया, लेकिन उन्होंने जनता को क्या दिया ? बीते 40 वर्षों में क्षेत्र के लिए कुछ नही कर पाए। पाटौदा में आयोजित शहीदी दिवस सतारोह के मंच से राव इंद्रजीत सिंह द्वारा थाली में छेद नही करने के ब्यान पर कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री कैप्टेन अजय सिह ने कहा कि इंद्रजीत सिंह के पिता पूर्व मुख्यमंत्री स्व, राव बिरेंद्र सिंह पहले ऐसे व्यक्ति थे जिनको 1961 में बर्खास्त किया गया और उन्होंने सरकार के साथ धौखा कर 1967 में सरकार गिराई । उसके बाद 1986 में कांग्रेस छोडकर लोकदल में शामिल हुए। उसके बाद राव इंद्रजीत ने स्वयं 2013 कांग्रेस को छोडकर भाजपा में शामिल हुए। इससे बड़ा थाली में छेद क्या होगा। यह सब बाते कैप्टन यादव ने मीडिया से बात करते हुए कही।
कैप्टेन अजय सिंह ने कहा कि गुरूग्राम के कांकरोला में बनने वाली युनिवर्सिटी की 2017 में घोषणा हुई थी। लेकिन आज तक एक ईंट तक नही रखी गई है। बिनौला में डिफेंस युनिवर्सिटी आज तक नही बनी। वहीं राव तुलाराम साईंस और कॉमर्स कॉलेज सैक्टर 51 में खोलना था, जिसकी घोषणा 2012 में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने की थी व 2014 में कार्य शुरू हुआ और 2016 में बनकर तैयार हो गया जहां पर 6 हजार बच्चों को पढना था । लेकिन उसमें कांकरौला युनिर्वसिटी का अस्थाई दफ्तर खोल दिया। इसी तरह से मेट्रो को हुडा सिटी सेंटर से पुराने गुरूग्राम को जोड़ना था , आज तक काम शुरू नही हुआ जबकि बिल्डरों को फायदा पंहूचाने के लिए 3 बार रुट जरूर चेंज हो गया।
इंद्रजीत हाथ पर हाथ रखकर बैठे
कैप्टेन अजय सिंह यादव ने कहा कि इंद्रजीत सिंह हाथ पर हाथ रखकर बैठे हुए हैं जबकि नगर निगम गुरूग्राम के 113 करोड रूपये को प्रदेश के निकायों का बिल भरने में खर्च कर दिया, वहीं 200 करोड फरीदाबाद नगर निगम को दे दिए गए। इस तरह से गुरूग्राम नगर निगम का खजाना खाली करने का षडयंत्र रचा जा रहा है। दूसरी तरफ गुरूग्राम में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। राव इंद्रजीत सिंह 5 बार गुरूग्राम लोकसभा क्षेत्र सांसद बन चुके हैं और आज भी गुरूग्राम सीटी मूलभूत सुविधाओं से जूंझ रहा है। शहर में जाम का बुरा हाल है, बरसात के समय में पूरा गुरूग्राम जलमगन हो जाता है। सारी मुख्य सडकें टूटी हुई हैं, भष्ट्राचार का बोलबाला है भाजपा राज में बने हुए फलाई ओवर 2 साल में ही टूट रहे हैं।
इंद्रजीत चेयरमैन हैं, रजिस्ट्री उनके नाम
कैप्टेन अजय सिंह यादव ने केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि रेवाडी के अहीर कॉलेज की 105 कनाल जमीन को महज डेढ करोड में रूपये में खरीद लिया गया है, इस जमीन की रजिस्ट्री अहीर कॉलेज सोसायटी जिसके राव इंद्रजीत सिंह चेयरमैन हैं, उसके नाम कराई गई है। यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि 200 करोड रूपये की जमीन को महज डेढ करोड रुपये में खरीदकर बडा जमीन घोटाला किया है। उन्होंने कहा कि जमीन उन लोगों से खरीदी गई है जो जमीन के असल मालिक है ही नही। जिन लोगों ने मालिक बनकर जमीन को बेचा है उनको न्यायालय द्वारा वर्ष 1938 में ही जमीन के असल मालिक रहे र्स्व लाला मक्खन लाल का वंशज नही माना गया था। इन लोगों के खिलाफ कोर्ट में दर्जनों मुकदमें चल रहे हैं तथा रेवाडी के पूर्व आयुक्त टीएल सत्यप्रकाश ने एफआईआर दर्ज करने तक के आदेश भी दिए थे।
सीबीआई जांच व इंद्रजीत के इस्तीफे की मांग
कैप्टेन अजय सिंह ने कहा कि अहीर कॉलेज को समाज के लोगों ने मिलकर बनाया था। अहीर कॉलेज सोसायटी में भी समाज के बहूत से लोग थे, जिनको धीरे-धीरे करके बाहर कर दिया गया। अब यह सोसायटी समाज की नही बल्कि केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह व उनके परिवार के लोगों की नीजी संपत्ति बनकर रह गई है। कैप्टेन अजय सिंह ने बताया कि इस जमीन घोटाले की शिकायत लिखित में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को दी है और सीबीआई जांच कराने व केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत से इस्तीफे की मांग की है। सोसायटी के अधीन चलने वाले अहीर कॉलेज की 105 कनाल जमीन की गत 24 जुलाई को रजिस्ट्री करा दी गई है। उन्होने बताया कि बुधवार 22 सितंबर 2021 को केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के खिलाफ मीडिया सेंटर में पत्रकार वार्ता करने आए संपूर्णानंद को भाजपा नेता सुनील मूसेपुर तथा उसके साथियों ने लोहे की राड व डंडों से बूरे तरीके से लहू लुहान कर दिया।
संपूर्णानंद के पास अहीर कॉलेज के दस्तावेज
संपूर्णानंद के पास अहीर कॉलेज से संबंधित दस्तावेज थे इसलिए उसने प्रेस कांफ्रेस बुलाई थी और सीएम विंडों के माध्यम से आपको भी इसकी सूचना देना चाहता था। मैं जब उसके मिलने गया तो वह मीडिया के सामने चिल्ला रहा था कि मुझे राव इंद्रजीत सिंह के आदमियों ने मारा है। लेकिन पुलिस ने आईपीसी की हल्की धाराओं 323 व 325 के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों को हाथों हाथ ही जमानत दे दी। जबकि पीडित संपूर्णानंद गुडगांव के फोर्टिस अस्पताल में एडमिट है। मैं स्वयं उससे मिलने गया था, उसके दोनों पांव व हाथ में फ्रक्चर है और वह सिरियस है। इस मौके पर कांग्रेस व्यापार सैल के प्रदेशाध्यक्ष पंकज डावर, ओबीसी सैल के राष्ट्रीय महासचिव राहुल यादव, राव कमलबीर, सेवादल के सह प्रदेशाध्यक्ष इंद्र सिंह सैनी, महिला प्रदेश उपाध्यक्ष रशमी शर्मा, जिला अध्यक्ष निर्मल यादव, राजेश बादशाहपुर, के एल यादव कादीपुर, सतबीर पहलवान दमदमा, हरपाल सिंह तंवर, लाल सिंह यादव, राज ठेकेदार गढी हरसरू, कुलदीप कटारिया, अशोक भास्कर, कांग्रेस व्यापार सैल के प्रदेश महासचिव भारत मदान इत्यादि मौजूद रहे।