गौमाता हमारी सनानत संस्कृति और सामाजिक जीवन का अहम हिस्सा
माधव गौसेवा धाम गाड़ौली खुर्द में धूमधाम से मनाया गया गोपाष्टमी पर्व
बेसहारा घूम रही गायों को हरा चारा डालकर उनका जीवन बचाएं
फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम माधव गौसेवा धाम, श्रीकृष्ण कृपा सेवा समिति जिओ गीता परिवार व भारत विकास परिषद युवा भारत शाखा ने मिलकर मनाया गोपाष्टमी पर्व
गुरुग्राम। माधव गौसेवा धाम गाड़ौली खुर्द में शनिवार को गोपाष्टमी उत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस उत्सव में माधव गौसेवा धाम के साथ श्रीकृष्ण कृपा सेवा समिति जिओ गीता परिवार गुरुग्राम व भारत विकास परिषद युवा भारत शाखा का भी सहयोग रहा। इस अवसर पर सबसे पहले गौरक्षा यज्ञ किया गया। इसके बाद गीता पाठ, गौपूजन किया गया। सभी अतिथियों, सदस्यों को प्रसाद वितरित किया गया। इस दौरान नवीन गोयल ने भारत व हरियाणा सरकार से मांग की है कि गाय को राष्ट्र माता का दर्जा दिया जाए। माधव गौसेवा धाम के संरक्षक नवीन गोयल के नेतृत्व, मार्गदर्शन में हर साल की तरह इस बार भी माधव गौसेवा धाम में गौमाता का आशीर्वाद लेकर गोपाष्टमी पर्व पूरी श्रद्धा व उल्लास से मनाया गया।
यज्ञ में आहुति, गौमाता की रक्षा का प्रण लिया
इस अवसर पर सभी अतिथियों, सदस्यों ने गौरक्षा यज्ञ में आहुति डालकर गौमाता की रक्षा का प्रण लिया। माधव गौसेवा धाम के संचालक सतीश तायल, श्रीकृष्ण कृपा सेवा समिति के चेयरमैन गोबिंद लाल आहुजा, प्रधान सतीश तायल, सचिव पंकज पाठक, सहसचिव दिनेश अरोड़ा, उपप्रधान सुभाष गाबा, महिला संयोजिका उषा भारद्वाज, भारत विकास परिषद दक्षिण हरियाणा के महासचिव रिषी अग्रवाल, भारत विकास परिषद युवा भारत शाखा के अध्यक्ष सुमित सिंगला, कोषाध्यक्ष सुनील गर्ग, उप्रपधान निशांत व देवेंद्र जुनेजा, सेक्टर-52 आरडब्ल्यूए के अयक्ष अजय कुमार, कृष्णा रसोई के संचालक संदीप गुप्ता, श्रीराम सोसायटी के संचालक एमएल सिंगला, विरेंंद्र खुंगर, सेक्टर-10ए आरडब्ल्यूए के प्रधान सतीश गुप्ता, वैश्य समाज सेक्टर-10ए से शिवचंद गुप्ता एडवोकेट, अजय सिंगला, शैलेंद्र, मनीष सिंगला, राजेश मंगला, अंकुर जैन, अतुल, गौ प्रेमी सेवा संघ से रविंद्र तायल, प्रदीप बंसल, एम.पी. शर्मा व मनीत गोयल ने शिरकत की।
गाय हमारी संस्कृति का अहम हिस्सा
इस अवसर पर अपने संबोधन में नवीन गोयल ने कहा कि गौमाता सिर्फ एक पशु नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति का अहम हिस्सा है। यह भारत देश में ही संभव है कि हम गाय को भी माता कहकर पुकारते हैं। गौमाता का आशीर्वाद लेते हैं। हमारी सनातन संस्कृति में यह मान्यता है कि गोपाष्टमी पर गाय की पूजा-उपासना करने से 33 कोटि देवी देवताओं का आशीर्वाद मिलता है। घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है। इस दिन से भगवान श्री कृष्ण ने गाय को चराना शुरू कर दिया था। नवीन गोयल ने कहा कि यह हमारे शास्त्रों में लिखा गया है कि गाय माता की सेवा करने से मात्र से हर मनोकामना पूरी होती है। गाय को आध्यात्मिक और दिव्य गुणों का स्वामी भी माना जाता है। भगवान श्रीकृष्ण भी रोजाना गौमाता की सेवा करते थे। गाय समृद्धि भी देती है। इसलिए हम सभी को गौमाता का पूजन रोजाना करना चाहिए।
हर घर में गौमाता का पालन हो
नवीन गोयल ने कहा कि जहां तक संभव हो, हर घर में गौमाता का पालन किया जाना चाहिए। अगर ऐसा संभव नहीं हो तो गौशालाओं में जाकर, सडक़ों पर बेसहारा घूम रही गायों को चारा आदि डालकर सभी पुण्य के भागी बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि गायों को गौशालाओं में पहुंचाकर उनका जीवन हम सुरक्षित कर सकते हैं।
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