कुखयात अंतरराज्जीय गाडी चोरगिरोह के 7 सदस्य गिरफतार,
हरियाणा सहित अन्य राज्यों से चुराई गई 1 करोड रुपए से ज्यादा मुल्य की 18 चोरीशुदा गाडियां बरामद,
चोरीशुदा गाडियों पर स्क्रैप में खरीदी गाडियों के चैसिस नंबर लगाकर थे बेचते
कैथल, 22 जुलाई (atal hind/Raj Kumar Aggarwal ) वाहन चुराने वाले अपराधियों पर एसपी लोकेंद्र सिंह के आदेशानुसार शिकंजा कसते हुए सीआईए-1 पुलिस द्वारा उल्लेखनीय सफलता हासिल की गई है। जिसके दौरान सीआईए-1 पुलिस द्वारा कुखयात अंतरराज्जीय गाडी चोरगिरोह के 7 सदस्य गिरफतार कर लिए गये। जिनके कब्जे से हरियाणा सहित अन्य राज्यों से चुराई गई 1 करोड रुपए से ज्यादा मुल्य की 18 चोरीशुदा गाडियां बरामद हुई है। आरोपियों की गिरफतारी से खुलाशा हुआ की वे चोरीशुदा गाडियों पर स्क्रैप में खरीदी गाडियों के चैसिस नंबर लगाने उपरांत उन्हे बेच देते थे। सभी आरोपी वीरवार को अदालत में पेश किए जाएंगे, जिनका गिरोह से जुडे अन्य सदस्यों की गिरफतारी सहित व्यापक पुछताछ के लिए न्यायालय से पुलिस रिमांड हासिल किया जाएगा।
18 stolen vehicles worth more than Rs 1 crore stolen from other states including Haryana recovered, 7 arrested

पुलिस लाईन कैथल स्थित पुलिस परिवहन शाखा में आयोजित प्रैस वार्ता दौरान एसपी लोकेंद्र सिंह ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि हरिश कुमार निवासी कलायत की शिकायत पर थाना कलायत में दर्ज मामले अनुसार 14 जुलाई की रात उसके मकान के नजदीक से उसकी स्वीफट गाडी को अज्ञात व्यक्ति चुरा ले गये थे। एसपी ने बताया कि सीआईए-1 पुलिस को वाहन चोरगिरोह के सदस्यों की जल्द से जल्द गिरफतारी के आदेश दिए गये थे। जिन पर खरा उतरते हुए सीआईए-1 प्रभारी इंस्पेक्टर अमित कुमार की अगुवाई में हैडकांस्टेबल मनीष कुमार की टीम द्वारा शिव कालोनी करनाल से करीब 22 वर्षीय आरोपी शुभम निवासी शिव कालोनी करनाल को स्विफट गाडी सहित काबु कर लिया गया। जांच के दौरान यह गाडी हरिश कुमार की कलायत से चोरीशुदा पाई गई। आरोपी शुभम ने कबुला की वे रिश्तेदारी में उसके चाचा लगने वाले गुरमीत निवासी बीर बडाला जिला करनाल व एक अन्य साथी चेतन निवासी शिव कालोनी करनाल के साथ मिलकर गाडियां चोरी करते हैं । सीआईए-1 पुलिस तत्पर कार्रवाई करते हुए शुभम की सुचना पर करीब 28 वर्षीय आरोपी गुरमीत निवासी बीर बडाला जिला करनाल को जींद बाईपास खनौरी रोड कैथल से एक क्रेटा गाडी सहित काबु करके गिरफतार कर लिया गया। यह गाडी आरोपी गुरमीत द्वारा दिल्ली से चोरी करनी कबुली गई।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सीआईए-1 पुलिस द्वारा जब दोनों आरोपियो से गहनतापूर्वक व्यापक पुछताछ की गई तो दोनो आरोपियों ने कबुला की वे दोनो अपने तीसरे साथी चेतन के साथ फतेहाबाद, पेहवा, यमुनानगर, नीलोखेडी तथा हरियाणा व दिल्ली के विभिन्न ईलाकों से गाडी चोरी करने का धंधा करते है। रात को तीनों गाडी लेकर निकल जाते हैं तथा एरिया में घुम फिरकर बाहर खडी हुई किसी गाडी की रैकी करते हैं। हमारे पास गाडी की चाबी बनाने के लिये कोडिंग मशीन होती है। दो लोग दुर से आने जाने वालों पर निगरानी रखते हैं तथा शुभम गाडी के पास पहुंचकर गाडी के बाई तरफ के शीशे की साईड में पेचकश डालकर शीशे को तोड देता है। शीशा तोडकर गाडी का डैसबोर्ड खोलकर डैसबोर्ड से सैन्टर लाक की डिब्बी को हटा देता है। जिससे गाडी की खिडकी खोलते समय सायरन की आवाज नहीं आती है। फिर गाडी की खिडकी खोलकर स्टैरिंग के नीचे के प्लास्टीक कवर को खोल देता है। हमारे पास एक हैवी मैगनेट होता है। फिर शुभम उस मैगनेट को स्टेरिंग के नीचे चिपका देता है। उस मैगनेट से स्टैरिंग का लोक फ्री हो जाता है। फिर स्टार्टिंग स्वीच को ईग्निशयन स्वीच से निकाल देता है। फिर गुरमीत कोडिंग मशीन साथ लेकर गाडी में जाता है और शुभम तथा चेतन रैकी करते हैं। गुरमीत ईग्निशयन स्वीच में चाबी लगाकर कोडिंग मशीन के साथ चाबी की कोडिंग कर देता हुं । फिर स्टार्टिंग स्वीच में पेचकश लगाकर गाडी स्टार्ट हो जाती है। फिर तीनो गाडी चोरी करके अपने साथ ले जाते हैं। उस गाडी को ले जाकर तीनो शिव कालोनी करनाल में कोई खाली जगह देखकर वहां पर कवर ढककर खडी कर देते हैं तथा ईन्तजार करते हैं कि कोई इस गाडी को लेने आता है या नहीं। बीच बीच में शुभम या चेतन उस गाडी को चैक करने भी आते रहते थे।
फिर कुछ दिन बाद वह चोरीशुदा गाडी अपने साथी परणीत निवासी मील रोड चौंक बाजार डोईवाला जिला देहरादुन उत्तराखंड को औने-पौने दाम में बेचे देते थे। उसके बाद परणीत यह चोरीशुदा गाडियां नरेश कुमार उर्फ काला निवासी संडील जिला जीन्द, कुलदीप उर्फ जेपी निवासी देवबन, विशाल निवासी आजाद नगर हिसार तथा संदीप निवासी लक्ष्मी विहार कालोनी हिसार को बेच देता है, जो ये सभी स्क्रैप की गाडी खरीदने का धंधा करते है। फिर ये सभी पांचो आरोपी स्क्रैप वाली गाडियों के चैसिस नम्बर के पार्ट की कटिंग करके चोरी शुदा गाडियों के चैसिस नम्बर के पार्ट की जगह वैल्डिंग करके उस पर पेन्ट करके उसको अच्छे से सैट कर देते हैं। लेकिन उन गाडय़िों का ईन्जन नम्बर नहीं बदलते हैं। कई गाडियों के ईन्जन नंबरो पर ग्राईन्डर मार देते हैं। फिर उस गाडी पर स्क्रैप वाली गाड़ी की नम्बर प्लेट लगा देते हैं तथा स्क्रैप में खरीदी गई गाडी के कागजों का प्रयोग तैयार शुदा गाडय़िों पर किया जाता है। उन गाडियों पर नम्बर प्लेट व चैसिस नम्बर तो स्क्रैप वाली गाडय़िों का होता है लेकिन ईन्जन नम्बर चोरी वाली गाडय़िों का होता है या ग्राईन्डर किया होता है। जो इस प्रकार से तैयार की गई गाडय़िों को बाहर मार्किट में बेचकर अच्छा मुनाफा कमाया जाता है।

एसपी ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ थाना शहर में धारा 379,450,467,468,471,120 बी,483 तहत मामला दर्ज करके सीआईए-1 पुलिस के एसआई कश्मीर सिंह की टीम द्वारा आगामी जांच दौरान तत्परता व मुस्तैदी का परिचय देकर तितरम मोड कैथल से करीब 38 वर्षीय आरोपी नरेश कुमार, करीब 37 वर्षीय आरोपी कुलदीप, करीब 39 वर्षीय आरोपी विशाल, करीब 34 वर्षीय आरोपी संदीप तथा करीब 35 वर्षीय आरोपी परणीत को गिरफतार कर लिया गया। इसके उपरांत सीआईए-1 पुलिस द्वारा आरोपियों से की गई गहन पुछताछ दौरान आरोपियों की निशानदेही पर उनके कब्जे से 16 अन्य चोरीशुदा गाडी बरामद की गई। इस तरह गिरोह के सभी आरोपियों के कब्जे से 1 करोड रुपए से ज्यादा मुल्य की कुल 18 गाडी बरामद की गई। बरामद की गई गाडियों में 2 आल्टो के-10, 1 स्कोडा लोरा, 1 पोलो, 2 मारुती एरटिगा, 4 स्वीफट डीजायर, 5 स्वीफट, 1 होंडा अमेज, 1 डस्टर तथा एक क्रेटा गाडी शामिल है। एसपी ने बताया कि बरामद की गई गाडियों बारे कैथल पुलिस द्वारा व्यापक जांच की जा रही है। सभी आरोपी 22 जुलाई को अदालत में पेश किए जाएंगे, जिनका गिरोह से जुडे अन्य सदस्यों की गिरफतारी सहित व्यापक पुछताछ के लिए न्यायालय से पुलिस रिमांड हासिल किया जाएगा।
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