काम रोकने के जिम्मेवारी किसकी?
नोटिस निकालने के 12 दिन बाद भी निर्माण कार्य निरंतर जारी
शिकायतकर्ता का आरोप : हमें मौके पर बुलाकर नहीं करवाया गया संतुष्ट
रोहित गुप्ता
जीरकपुर 6,नवम्बर
शहर में नशे के विपरीत निर्माण करना एक आम चलन ही बन गया है जगह-जगह नशे के विपरीत निर्माण हो रहे हैं तथा सरे आम नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। कम खर्चे में अधिक आमदनी का स्रोत पैदा करने के चक्कर में लोग कोठी का नक्शा पास करवाने के बाद उसे धड़ल्ले से पीजी के रूप में कमरे बना कर किराए पर दे रहे हैं। जिसके चलते बहुत से गलत लोग ऐसी जगह पर कमरा लेकर रहने लग जाते हैं और शहर में दिन प्रतिदिन जुर्म बढ़ते जा रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला पीर में छल्ला क्षेत्र में सामने आया है जिसमें निर्माण कर्ता द्वारा कोठी का नक्शा पास करवा कर उसमें किराए पर देने के लिए कमरे बनाए जा रहे हैं निर्माण कर्ता कमलेश रानी पत्नी स्वर्गीय प्रताप सिंह द्वारा किए जा रहे इस निर्माण संबंधी आसपास के लोगों जिनमें सिमरन प्रीत सिंह, मनप्रीत सिंह, अवतार सिंह, मनचंद ,कुलबीर, हरप्रीत सिंह, करम सिंह आदि द्वारा नगर कौंसिल में शिकायत दर्ज करवाई गई थी । इसके बाद नगर कौंसिल द्वारा नोटिस नंबर 5544 दिनांक 24 अक्टूबर 2024 निर्माण कर्ता को निकाला गया था जिसमें लिखा गया था के आपके द्वारा लाल कर के अंदर नक्शा नंबर 2268 नगर कौंसिल जीरकपुर द्वारा 300 वर्ग गज का रहने के उद्देश्य के लिए मंजूर करवाया गया था जिसमें आपके द्वारा कमरों का निर्माण किया जा रहा है जिससे यह लगता है कि उक्त जगह को रिहायशी से कमर्शियल में तब्दील करके बना रहे हो जिसमें आपके द्वारा उक्त जगह का 99% एरिया को कर कर लिया गया है जो के नगर कौंसिल द्वारा मंजूर नशे के विपरीत है तथा पंजाब म्यूनिसिपल एक्ट 1911 की अधीन धारा 195d का उल्लंघन है इसलिए आपको इस नोटिस के द्वारा हिदायत की जाती है के उक्त जगह में किए जा रहे निर्माण को नगर कौंसिल द्वारा प्रमाणित नशे के अनुसार दुरुस्त करके अथवा हटाकर दफ्तर में अपना लिखित स्पष्टीकरण पेश किया जाए ऐसा न करने की सूरत में इस किए गए निर्माण को नगर कौंसिल द्वारा अपने स्तर पर हटा दिया जाएगा ,जिसके हर जगह खर्चे के आप खुद जिम्मेदार होंगे। नगर कौंसिल द्वारा इस नोटिस की एक कॉपी बिजली विभाग को भी भेजी गई जिसमें लिखा गया कि इस निर्माण कर्ता को बिजली का कनेक्शन न दिया जाए।
कोट्स :
निर्माण कर्ता द्वारा नक्शा पास करवा कर अपना निर्माण शुरू किया गया था जिसमें चेक करने के बाद पाया गया कि उसमें चार पिलर गलत बनाए गए थे जिनमें से दो पिलर को मैंने मौके पर तुड़वा दिया थे तथा दो बाद में तोड़ने के लिए तोड़ दिया गया था अगर फिर भी निर्माण कर्ता द्वारा नक्शे के अनुसार निर्माण नहीं किया गया है तो कल मौका चेक करके उसे ठीक करवा दिया जाएगा।
अजय बराड़ बिल्डिंग इंस्पेक्टर नगर कौंसिल जीरकपुर।
बॉक्स :::
शिकायतकर्ता ने कहा : हमें मौके पर बुलाकर नहीं किया गया संतुष्ट :
आज इकट्ठे हुए शिकायतकर्ताओं सिमरन प्रीत सिंह, मनप्रीत सिंह, अवतार सिंह तथा अन्य ने कहा के शिकायत करने के बाद भी नगर कौंसिल द्वारा निर्माण कर्ता के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है अगर नगर कौंसिल के अधिकारी कहते हैं के उन्होंने कोई कार्यवाही की है तो हमें मौके पर बुलाकर उन्होंने संतुष्ट नहीं किया और निर्माण कार्य आज भी निरंतर जारी है शिकायतकर्ताओं ने कहा कि अगर नगर कौंसिल की टीम फिर से निर्माण कर्ता पर कार्रवाई करने के लिए मौके पर आती है तो हमें मौके पर बुलाया जाए तथा इसका निर्माण कार्य नशे के अनुसार ठीक करवाया जाए।
बॉक्स ::
क्या सिर्फ नोटिस निकालना ही नगर कौंसिल की ड्यूटी है ;;
शिकायतकर्ता ने कहा कि एक नोटिस निकालना ही क्या नगर कौंसिल की ड्यूटी है नोटिस निकालने के बाद काम को बंद करवाना किसकी जिम्मेदारी बनती है। नगर कौंसिल के अधिकारी एक बार नोटिस निकाल कर खाना पूर्ति कर देते हैं और निर्माण कर्ता को निर्माण मुकम्मल करने का खुला समय दे देते हैं। लोगों ने आरोप लगाया के शिकायत देने के करीब दो हफ्ते बाद नगर कौंसिल ने एक नोटिस निकालकर खाना पूर्ति कर दी है और कोई भी कार्यवाही नहीं की है नोटिस निकालने के बाद नगर कौंसिल का कोई भी अधिकारी या कर्मचारी दोबारा मौका देखने नहीं आया है,इससे साफ जाहिर होता है कि नगर कौंसिल के अधिकारियों की निर्माण कर्ता के साथ मिली भगत होने के कारण यह निर्माण नहीं रख रहा है।
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