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रक्तदान कर किसी के अमूल्य जीवन को बचाने से बड़ा जीवन में कोई पुण्य नहीं- डॉ मुकेश अग्रवाल

रक्तदान कर किसी के अमूल्य जीवन को बचाने से बड़ा जीवन में कोई पुण्य नहीं- डॉ मुकेश अग्रवाल
चंडीगढ़(अटल हिन्द ब्यूरो )
कोई व्यक्ति जीवन में एक बार रक्तदान कर किसी व्यक्ति की जान बचाता है। उसे किसी के बहुमूल्य जीवन बचाने का अहसास ताउम्र रहता है क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि रक्तदान से बड़ा कोई महादान नहीं होता। ऐसा करने वाले लोग दानी की सूची में आते हैं लेकिन इस देश और प्रदेश में ऐसे भी महादानी लोग हैं। जिन्होंने एक बार नहीं बल्कि 100 बार या उससे भी कहीं अधिक बार रक्तदान कर न जाने कितने ही असंख्य लोगों को अपने रक्त से जीवन दान दिया है। ऐसे महादानी महामानवों की संख्या एक दो नहीं बल्कि प्रदेश में 57 ऐसे शतकवीर रक्तदाता हैं। जिन्होंने अपने रक्त को दूसरे व्यक्ति की रगों में बहने का अवसर प्रदान कर उनके बहुमूल्य जीवन को बचाया है। ऐसे ही प्रदेश के 57 शतक वीर रक्त दाताओं को हरियाणा रेडक्रॉस सम्मानित कर रहा है। इस पूरे कार्यक्रम की रूपरेखा रेडक्रॉस हरियाणा के महासचिव डॉ मुकेश अग्रवाल ने बुनी है। इस कार्यक्रम के माध्यम से स्वैच्छिक रक्तदान के क्षेत्र एवं अमूल्य मानव जीवन की सुरक्षा के लिए दिए गए उनके योगदान के लिए आभार व्यक्त किया जाएगा ताकि आने वाली पीढ़ी को रक्तदान महादान का संदेश दिया जा सके। डॉ मुकेश अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि 15 जून को अग्रवाल भवन सेक्टर 16 पंचकूला में आयोजित होने वाले रक्तदान शिविर में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर किसी का जीवन बचाने में सहयोग करें और आने वाली पीढ़ियों को भी रक्तदान के लिए जागरूक करें।
इस कार्यक्रम का शुभारम्भ बंडारू दत्तात्रेय, माननीय राज्यपाल हरियाणा एवं प्रधान हरियाणा राज्य रेडक्रॉस द्वारा मुख्य अतिथि के तौर पर किया जाएगा। साथ ही इस कार्यक्रम में श्री रतन लाल कटारिया, माननीय सांसद, श्री ज्ञान चंद गुप्ता, माननीय स्पीकर, हरियाणा विधानसभा, श्री महावीर कौशिक, उपायुक्त, पंचकुला, श्री कुलभूषण गोयल, मेयर, नगर निगम, पंचकुला तथा डा0 वीना सिंह, महानिदेशक, स्वास्थ्य सेवाएं, विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित होंगे।
      विशेष रूप से इस कार्यक्रम में हरियाणा के विभिन्न जिलों 57 शतकवीर रक्तदाताओं को सम्मानित करने के लिए आंमत्रित किया गया है इस कार्यक्रम के माध्यम से स्वैच्छिक रक्तदान के क्षेत्र एंव अमूल्य मानव जीवन की सुरक्षा के लिए दिए गए उनके योगदान के लिए आभार व्यक्त किया जाएगा जिससे आने वाली पीढ़ि को रक्तदान-महादान का संदेश दिया जा सके।
      गौरतलब है कि सम्पूर्ण विश्व में स्वैच्छिक रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए यह दिवस विशेष रूप से आयोजित किया जाता है। यह दिवस रक्त के विभिन्न आठ समूहों की खोज करने वाले आस्ट्रीया के नोबेल पुरस्कृत वैज्ञानिक कार्ल लैंडस्टीनर के जन्मदिवस 14 जून के उपलक्ष्य में यादगार के तौर पर आयोजित किया जाता है। उन्होने मानवता की सेवा व सुरक्षा के लिए यह महान खोज कर के मानव जीवन को एक अमुल्य उपहार दिया, आज भी सम्पूर्ण विश्व उनकी इस खोज से लाभान्वित हो रहा है।
यहां यह भी बताना आवश्यक होगा की हरियाणा राज्य रेडक्रॉस ने वर्ष 2021-22 में 3968 स्वेच्छिक रक्तदान शिविरों का आयोजन करके कुल 261631 रक्त इकाइयों एकत्रित की जो अपने आप में ही एक कीर्तिमान है। हरियाणा राज्य रेडक्रॉस रक्तदान के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर अनेको सम्मान प्राप्त कर चुका है और लगातार और अधिक मेहनत व लगन से इस क्षेत्र में विकास करने के लिए प्रयासरत है।
इस वर्ष 2022 में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा विश्व रक्तदाता दिवस का नारा दिया है “Donating blood is an act of solidarity. Join the efforts and save lives.” इस स्लोगन का तात्पर्य है स्वैच्छिक रक्तदान एकजुटता का कार्य है, जो किसी भी धर्म, जाति, सम्प्रदाय आदि से उपर उठाकर हमें मानवता के प्रति समर्पित होने के लिए अग्रसर करता है। सभी को रक्तदान की मुहिम से जुडकर अमूल्य मानव जीवन की सुरक्षा में सहयोग करना चाहिए।
पत्रकारों से हुई वार्ता के अंत में डा0 मुकेश अग्रवाल, महासचिव ने पुनः आमजन से आग्रह किया की 15 जून को अग्रवाल भवन, सेक्टर-16, पंचकूला में लगने वाले स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में ज्यादा से ज्यादा संख्या में आकर इसे सफल बनांए। वार्ता में रेडक्रास कार्यालय से श्री अनिल जोशी, संयुक्त सचिव,  रोहित शर्मा, कार्यक्रम अधिकारी, विजय कुमार, प्रचार अधिकारी,  सर्वजीत सिंह, राहत अधिकारी अन्य कर्मचारियों के साथ उपस्थित रहे।
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