परिणाम का पोस्टमार्टम
पटौदी में कांग्रेस का वोट प्रतिशत, बीजेपी से अधिक बढ़ा !
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कांग्रेस को इस बार 33 प्रतिशत वोट मिले, 2019 में मिले केवल 13 प्रतिशत
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2019 में भाजपा को 44 के मुकाबले इस बार 62. 40 प्रतिशत वोट मिले
भाजपा का वोट प्रतिशत 2024 में केवल 18 प्रतिशत ही ऊपर गया
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कांग्रेस पार्टी का वोट प्रतिशत 2019 के मुकाबले इस बार 20 प्रतिशत उछला
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पटौदी में वोट प्रतिशत के मामले में कांग्रेस ने लगाई ऊंची छलांग
अटल हिन्द ब्यूरो /फतह सिंह उजाला
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पटौदी । पॉलिटिकल फील्ड में पक्ष हो या फिर विपक्ष हो। दोनों का ही यह प्रयास रहता है, भविष्य में और अधिक बेहतर प्रदर्शन किया जाए। इसके लिए परिणाम पर चिंतन मंथन सहित उसका पोस्टमार्टम भी किया जाता है। पॉलीटिकल पार्टी कोई भी हो, उसकी प्राथमिकता हमेशा विजेता उम्मीदवार संबंधित क्षेत्र और लोगों के बीच भेजने की ही रहती है । अंतिम फैसला लोकतंत्र में जनता जनार्दन कहे या फिर मतदाता का ही माना जाता है।
आरक्षित विधानसभा सीट पटौदी में वर्ष 2024 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के द्वारा भेजी गई उम्मीदवार प्रदेश कांग्रेस की एससी सेल की महासचिव और यही के ही पूर्व विधायक स्वर्गीय भूपेंद्र चौधरी की पुत्री एडवोकेट पर्ल चौधरी के रूप में वोट प्रतिशत के मामले में ऊंची चलांग लगाने का कारनामा कर दिखाया गया है। वहीं भाजपा पार्टी और उसकी उम्मीदवार विमला चौधरी को मिले वोट प्रतिशत पर ध्यान दिया जाए तो यह अंतर 2024 में कांग्रेस को मिले वोट प्रतिशत के मुकाबले केवल मात्र 18 प्रतिशत अधिक पर आकर ठहर जाता है। 2019 में भाजपा को 44 . 20 प्रतिशत वोट मिले। इस बार यह आंकड़ा 62 . 40 प्रतिशत तक पहुंच गया है । इस प्रकार 2019 से 2024 के विधानसभा चुनाव में वोट प्रतिशत के अंतर को देखा जाए तो कांग्रेस का वोट प्रतिशत लगभग 20 प्रतिशत अधिक रहा है।
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भाजपा के केंद्रीय मंत्रिमंडल में और बतौर भाजपा सांसद हैट्रिक बनाने वाले राव इंद्रजीत सिंह के सबसे मजबूत राजनीतिक गढ़ पटौदी में वर्ष 2024 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की उम्मीदवार पर्ल चौधरी के पक्ष में 33 प्रतिशत वोट अथवा जनता का समर्थन निश्चित रूप से कांग्रेस पार्टी के लिए भविष्य में टॉनिक का ही काम करेगा। वर्ष 2014 में पहली बार भाजपा के द्वारा राव इंद्रजीत सिंह की ही समर्थक विमला चौधरी को टिकट देकर भेजा गया। 2014 में हुए मतदान का कुल 56 . 15 प्रतिशत वोट भाजपा के लिए दिया गया। उस समय पूरे देश में केवल और केवल मोदी का डंका बजते हुए मोदी की लहर, की लहर से इनकार नहीं किया जा सकता। इसके बाद 2019 में भाजपा के द्वारा उम्मीदवार बदलकर एडवोकेट सत्य प्रकाश को जनता के बीच भेजा गया। इस वर्ष कुल मतदान का एडवोकेट सत्य प्रकाश 44 . 20 प्रतिशत वोट ही भाजपा के पक्ष में लेने में सफल रहे । इस प्रकार लगभग 12 प्रतिशत वोट बैंक 5 वर्ष के दौरान एडवोकेट सत्य प्रकाश के रूप में भाजपा से किन्हीं कारण को लेकर बिखर गया। वर्ष 2024 में एक बार फिर से केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की सबसे नजदीकी कार्यकर्ता विमला चौधरी को भाजपा ने टिकट देकर पटौदी चुनाव मैदान में भेजा और उनके द्वारा यहां कुल मतदान का 62. 40 प्रतिशत वोट लेकर भाजपा का कमल खिलाने का काम किया गया।
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दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी के द्वारा 2024 के विधानसभा चुनाव में अपनी ही पार्टी के पूर्व विधायक स्वर्गीय भूपेंद्र चौधरी की पुत्री एडवोकेट पर्ल चौधरी पर भरोसा करते हुए उनको चुनावी मैदान में जनता के बीच भेजा गया। गौरतलब है यहां पर कांग्रेस टिकट के 40 दावेदार मौजूद रहे। जिन हालात में कांग्रेस पार्टी और उसके उम्मीदवार के द्वारा कांग्रेस के समर्पित कार्यकर्ता , समर्थकों और अपने व्यक्तिगत संपर्कों के दम पर चुनाव का बोझ अकेले कंधे पर उठा लिया गया । उसको देखते हुए भाजपा खेमे में भी खलबली साफ-साफ महसूस की जाती रही । 12 सितंबर से लेकर 5 अक्टूबर तक के अल्प समय में की गई मेहनत की बदौलत पर्ल चौधरी के द्वारा पटौदी की 36 बिरादरी के सहयोग से कांग्रेस के लिए कुल मतदान में से 33 प्रतिशत वोट लेकर कांग्रेस के प्रति लोगों के मजबूत विश्वास को एक नई मजबूती और दिशा देने का काम कर दिखाया है । इससे पहले ही 2019 के चुनाव में पटौदी में कुल मतदान का कांग्रेस उम्मीदवार को केवल मात्र 13.08 प्रतिशत वोट ही प्राप्त हो सका और चौथे स्थान पर संतोष करना पड़ा। इससे पीछे भी 2014 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के पटौदी से इसी उम्मीदवार को कुल मतदान का केवल मात्र 11.68 प्रतिशत ही वोट प्राप्त हो सका और तीसरे नंबर पर कांग्रेस का नाम दर्ज हुआ। इस प्रकार देखा जाए तो 2024 में कांग्रेस की उम्मीदवार पर्ल चौधरी ने 2014 में मिले कांग्रेस के वोट के मुकाबले 22 प्रतिशत अधिक, 2019 में कांग्रेस को मिले वोट के मुकाबले में 20 प्रतिशत अधिक वोट लेकर कांग्रेस पार्टी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं, समर्थकों सहित अन्य चाहने वालों में एक नई ऊर्जा का संचार करने का कारनामा कर दिखाया है।
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