कश्मीरी छात्रों पर हमला, पढ़ाई बीच में छोड़कर लौटने को मजबूर
श्रीनगर/पंजाब/हरियाणा /29 अप्रैल /अटल हिन्द ब्यूरो
पहलगाम हमले के तत्काल बाद पंजाब राज्य एकमात्र ऐसा राज्य नहीं था, जहां छात्रों और अन्य कश्मीरी नागरिकों के खिलाफ हिंसा देखी गई.पिछले छह दिनों में पूरे भारत में कम से कम 17 मामले सामने आए हैं, जिनमें कश्मीरी छात्रों पर हमला किया गया है. , 2019 के पुलवामा आत्मघाती बम विस्फोट के बाद कश्मीरियों के खिलाफ लक्षित हिंसा से एक अजीब समानता थी, जिसके कारण सर्वोच्च न्यायालय को हस्तक्षेप करना पड़ा था.
पंजाब और देश के अन्य हिस्सों में सैकड़ों कश्मीरी छात्र विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में पढ़ते हैं. पहलगाम हमले के बाद से निशाना बनाए गए कश्मीर के 45 छात्र-छात्राएं पंजाब से लौटे हैं. उन्हें उम्मीद नहीं है कि वे जल्द कॉलेज लौट सकेंगे, और इससे उनका करियर प्रभावित हो सकता है.हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के कथित तौर पर युवा लड़के-लड़कियों के एक समूह ने शुरू में खुर्शीद को अजीब तरीके से देखा. खुर्शीद उस रिक्शा में एकमात्र कश्मीरी थे. इसके बाद इन युवा छात्रों ने कश्मीर के बारे में सांप्रदायिक बयानबाजी शुरू कर दी, जिससे श्रीनगर के रहने वाले खुर्शीद भी बहस में उलझ गए.
खुर्शीद ने कहा, ‘उन्होंने मुझे आतंकवादी कहा और मेरी मां-बहन को भी गालियां दीं.’ ‘जब मैं कॉलेज पहुंचा तो वहां हर कोई मुझे शक की निगाह से देख रहा था. बहुत कम लोगों ने मुझसे बात की. अगले दिन सोशल मीडिया पर छात्रों के साथ मारपीट के वीडियो वायरल होने लगे. मेरे एक दोस्त की भी पिटाई की गई,’ उन्होंने बताया।खुर्शीद उन 45 छात्रों के समूह में शामिल हैं, जो सोमवार (28 अप्रैल) को पंजाब से कश्मीर में अपने घरों को लौटे हैं. यह घटना पहलगाम आतंकी हमले के छह दिन बाद हुई है जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था.पीड़ित छात्रों में वे लोग भी शामिल हैं जिन्हें बदमाशों के हाथों उत्पीड़न का सामना करना पड़ा. इन हमलों की खबरें खरड़, डेराबस्सी, होशियारपुर, चंडीगढ़, जालंधर और पंजाब के कुछ अन्य हिस्सों से आई हैं.
यूजीआई में एक कश्मीरी छात्रा के साथ कथित तौर पर मारपीट की गई और उसे बाल पकड़कर घसीटा गया, इससे पहले कि वह एक अन्य कश्मीरी छात्रा के साथ वहां से भागने में सफल हो पाती. इस परेशान लड़की का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है,हमले को पंजाब राज्य महिला आयोग ने ‘क्रूर’ बताया है. आयोग ने पुलिस कार्रवाई की मांग की है, लेकिन अभी यह पता नहीं चल पाया है कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है या नहीं.बीएससी की पढ़ाई कर रहे आबिद लतीफ ने बताया कि पंजाब में रहने वाले हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के कुछ निवासी पहलगाम हमले के बाद से कश्मीरी छात्रों को उनके किराए के फ्लैट से बाहर निकालने की धमकी दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि कॉलेज प्रबंधन भी उनकी सुरक्षा से हाथ पीछे खींच रहा है.
उन्होंने बताया, ‘हम दो दिन से भूखे थे और जब मैं गुरुवार को किराने का सामान खरीदने गया तो दुकानदार ने मुझे यह कहते हुए भगा दिया कि सभी कश्मीरी आतंकवादी हैं. मैं खुश हूं कि मैं जिंदा वापस आ गया.(I am happy that I returned alive – Kashmiri student)’
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